ओलंपिक खेलों में क्रिकेट के मुक़ाबले आख़िर क्यों नहीं होते

feature-top

ओलंपिक खेलों के दौरान आप सबने महसूस किया होगा कि किस तरह से भावनाओं का उफ़ान ज़ोर लगाता है. खिलाड़ी अपने देश की प्रतिष्ठा के लिए हर मुक़ाबले में जी जान लगा देते हैं, और जो लोग वहां तक नहीं पहुंचते वे भी टीवी पर नज़रें जमाए होते हैं. 

टोक्यो ओलंपिक के दौरान भारतीय खिलाड़ियों के मुक़ाबले के दौरान ऐसा हर भारतीय खेल प्रेमी ने महसूस किया होगा. साथ ही एक सवाल कई भारतीय खेल प्रेमियों के मन में रह रहकर उमड़ा होगा.

अगर गूगल पर ओलंपिक लिखें तो उन सवालों की सूची उभर आती है जिन्हें भारतीय सर्च कर रहे थे. उनमें से एक बड़ा सवाल यही है कि ओलंपिक में अब तक क्रिकेट को क्यों नहीं शामिल किया गया है? 

टोक्यो ओलंपिक में इस साल कराटे जैसे कुछ नए खेलों को शामिल किया गया और इसके बाद से ही ओलंपिक खेलों में क्रिकेट की प्रतियोगिताओं की गै़र मौजूदगी की चर्चा शुरू हो गई.

पहले ओलंपिक खेल में क्रिकेट 

जब ओलंपिक खेलों का आयोजन पहली बार 1896 में हुआ था तब उसमें क्रिकेट भी शामिल था, लेकिन कोई टीम ही हिस्सा लेने के लिए मौजूद नहीं थी इसलिए उसे रद्द करना पड़ा.

चार साल बाद 1900 के ओलंपिक खेलों में भी क्रिकेट शामिल था. यह ओलंपिक फ़्रांस की राजधानी पेरिस में हुआ था. ओलंपिक के इतिहास में क्रिकेट मुक़ाबलों का आयोजन महज एक बार हुआ है, वो भी इसी ओलंपिक के दौरान.

कितनी हैरानी की बात है कि जिस फ्ऱांस में ओलंपिक खेलों में क्रिकेट मैच का आयोजन हो चुका है, उस फ्ऱांस का मौजूदा समय में क्रिकेट से कोई लेना-देना नहीं है.

पेरिस में आयोजित ओलंपिक खेलों में 19 खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ था, उनमें क्रिकेट भी शामिल था. मुक़ाबले में चार टीमें शामिल थीं- नीदरलैंड्स, बेल्जियम, ब्रिटेन और फ़्रांस. चौंकिए नहीं, फ़्रांस की टीम भी ओलंपिक में क्रिकेट का मुक़ाबला खेल चुकी है.

मुक़ाबला शुरू होने से पहले अचानक बेल्जियम और नीदरलैंड्स ने अपना नाम वापस ले लिया. यानी मुक़ाबले में महज दो टीमें बचीं- ब्रिटेन और फ़्रांस. इन दोनों के बीच केवल एक मुक़ाबला खेला गया और उसे ही फ़ाइनल घोषित किया गया. 

 


feature-top