स्वतंत्रता दिवस पर "प्लास्टिक झंडे" को कहें "ना"

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हर साल हम स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर दुकानों या फुटपाथ पर में तिरंगे झंडों की बिक्री होते हुए देखते हैं, उन झंडों को देखते ही हमारे अंदर भी देशभक्ति की भावना आ जाती है.

पर्यावरण को पहुंचाते हैं नुकसान

हालांकि हममें से बहुत कम लोग जानते हैं कि इस दिन बिक रहे प्लास्टिक के झंडे खरीदकर हम देशभक्ति का नहीं बल्कि पर्यावरण के नुकसान के साझीदार बन जाते हैं. चूंकि इस बार भारत आजादी के 75 साल पूरे कर रहा है.इसलिए सभी देशवासियों की जिम्मेदारी बन जाती है कि वे प्लास्टिक के झंडों को बॉय-बॉय बोलकर कपड़े या कागज के बने झंडे खरीदें. ये झंडे पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचाते और इन्हें आसानी से रिसाइकल किया जा सकता है.


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