गांधी जयंती पर हिंदू महासभा ने गोडसे की प्रतिमा पर चढ़ाई माला

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मध्य प्रदेश के ग्वालियर में शनिवार को हिंदू महासभा की स्थानीय इकाई ने एक संगोष्ठी में महात्मा गांधी के हत्यारों नाथूराम गोडसे और नारायण आप्टे की तस्वीरों पर माल्यार्पण किया गया.

स्थानीय समाचार एजेंसी के मुुताबिक गांधी की 152वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात करते हुए इस दक्षिणपंथी संगठन के एक नेता ने भी उन्हें विभाजन के लिए जिम्मेदार ठहराया.

हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयवीर भारद्वाज ने कहा, "हमें गांधी से कोई लेना-देना नहीं है, गांधी और मोहम्मद अली जिन्ना देश के विभाजन के लिए जिम्मेदार थे. विभाजन के कारण सबसे बड़ा नरसंहार हुआ और 10 लाख से अधिक हिंदू मारे गए और 50 लाख अन्य विस्थापित हुए. इसलिए नाथूराम गोडसे और नारायण आप्टे ने गांधी और जिन्ना को मारने का संकल्प लिया था."

कार्यक्रम में गोडसे और आप्टे की तस्वीरों पर माल्यार्पण किया गया और कुछ कार्यकर्ताओं ने "पंडित नाथूराम गोडसे और नारायण आप्टे अमर रहे के नारे लगाए गए.

इस साल जनवरी में, महासभा ने यहां अपने कार्यालय में गोडसे पर एक अध्ययन केंद्र खोला था, लेकिन दो दिन बाद जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद इसे बंद कर दिया.

साल 2017 में, महासभा ने कार्यालय में गोडसे की प्रतिमा स्थापित की थी जिसे जिला प्रशासन ने जब्त कर लिया था.


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