पुण्यतिथि विशेष: जब तक ये दुनिया रहेगी रवीन्द्र जैन के गीत और संगीत रहेगा

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रवीन्द्र जैन, उस शख्सियत का नाम है जिनके गुणों का बखान जितना काम किया जाए कम है. 28 फरवरी 1944 में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में जन्में रवीन्द्र सात भाई-बहनों में तीसरे नंबर के थे. शनिवार को रवीन्द्र जैन की पुण्यतिथि है.  9 अक्टूबर 2015 को 71 वर्ष की उम्र में वे हमेशा के लिए इस दुनिया को छोड़कर चले गए.

रामायण में जो मधुर आवाज आपने सुनी वह रवीन्द्र जैन की है

चितचोर, राम तेरी गंगा मैली, गीत गाता चल, नदिया के पार जैसी कई फिल्मों में शानदार गीत और संगीत देने वाले रवीनद्र जैन जन्म से ही नेत्रहीन थे. रामानंद सागर की रामायण में गाई उनकी चौपाईयां आज भी लोगों के बीच मशहूर हैं.1972 में उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की.उन्होंने न सिर्फ अच्छा गाया बल्कि एक से बढ़कर एक संगीत भी दिया. उन्होंने बॉलीवुड के कई प्रसिद्ध गीत लिखे भी हैं.


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