यूरोप में प्राकृतिक गैस संकट गहराया, क्या रूस है ज़िम्मेदार?

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कुछ देशों को छोड़ कर समूचा यूरोप प्राकृतिक गैस के एक बड़े संकट से गुज़र रहा है. अपनी ऊर्जा ज़रूरतों को पूरा करने के लिए यूरोपीय देश अक्षय ऊर्जा, परमाणु ऊर्जा और सबसे अधिक प्राकृतिक गैस पर निर्भर करते हैं और यह प्राकृतिक गैस का भंडारण अपने 10 साल के सबसे न्यूनतम स्तर पर है. आगे सर्दियों के दिन हैं और गैस की मांग निश्चित तौर पर और अधिक बढ़ने वाली है. लेकिन फिलहाल सप्लाई नहीं बढ़ने से वहां लगातार इसकी कीमतें बढ़ रही हैं.

यूरोप के देशों में गैस की लगातार बढ़ती कीमतों से निपटने के लिए यूरोपीय कमीशन अपने सदस्य देशों के लिए उपायों की रूपरेखा तैयार कर रहा है. लेकिन इस दरम्यान रूस पर यह आरोप भी लगाया जा रहा है कि वो इस स्थिति का फ़ायदा उठाने की कोशिश कर रहा है.

यूरोप में प्राकृतिक गैस के सबसे बड़े स्पालयर्स में से एक ने रूस पर जानबूझकर आपूर्ति रोकने का आरोप लगाया है. तो अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने हाल ही में इस बात पर चिंता जताई थी कि रूस ऊर्जा को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर सकता है.


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