पूर्व सीएजी विनोद राय ने मांगी संजय निरुपम से माफ़ी

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पूर्व सीएजी विनोद राय ने गुरुवार को कांग्रेस नेता संजय निरुपम से बिना शर्त माफ़ी मांगी है.

2जी स्पेक्ट्रम आवंटन पर नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) की रिपोर्ट में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का नाम नहीं लेने का दबाव बनाने वाले सांसदों में से एक के रूप में विनोद राय ने संजय निरूपम के नाम का "गलत उल्लेख" करने के लिए माफ़ी मांगी है.

2014 में पूर्व सीएजी ने अपनी किताब में निरुपम के खिलाफ़ आरोप लगाए थे और मीडिया को दिए साक्षात्कार में भी इन आरोपों को दोहराया था. इसके बाद संजय निरुपम ने विनोद राय के खिलाफ़ मानहानि का केस किया था.

अपने हलफ़नामे में विनोद राय ने कहा, "मैंने अनजाने में और ग़लत तरीके से संजय निरुपम के नाम का उल्लेख उन सांसदों में से एक के रूप में किया था जिन्होंने मुझ पर तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नाम को पीएसी या जेपीसी की बैठकों के दौरान 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन पर कैग की रिपोर्ट से बाहर रखने के लिए दबाव डाला था."

पूर्व सीएजी ने यह भी कहा है कि निरुपम के खिलाफ़ टीवी, प्रिंट मीडिया के माध्यम से चलाए गए उनके बयान, "तथ्यात्मक रूप से ग़लत हैं".

विनोद राय ने कहा, "मैं समझता हूं कि मेरे बयानों से संजय निरुपम, उनके परिवार और उनके शुभचिंतकों को पीड़ा हुई है और इसलिए, मैं संजय निरुपम, उनके परिवार, दोस्तों मैं बिना शर्त माफ़ी मांगना चाहता हूं."

पटियाला हाउस में मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में गुरुवार को संजय निरुपम ने विनोद राय की माफ़ी स्वीकार की और इस मामले को यहीं ख़त्म कर दिया गया.


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