COP26: अमेरिका और चीन ने किया सहयोग बढ़ाने का एलान

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पर्यावरण के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं और नेताओं ने अमेरिका-चीन के आपसी सहयोग बढ़ाने की अप्रत्याशित घोषणा का सावधानी के साथ स्वागत किया है.

इससे पहले दुनिया के दो सबसे बड़े CO2 उत्सर्जक, अमेरिका और चीन ने बुधवार को एलान किया कि 2015 के पेरिस समझौते के अनुरूप तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री तक सीमि​त करने के लक्ष्य को पाने के लिए वे दोनों आपस में मिलकर काम करेंगे.

ये एलान स्कॉटलैंड के ग्लासगो में जलवायु परिवर्तन पर चल रहे सीओपी26 सम्मेलन के दौरान हुआ. ये सम्मेलन शुक्रवार को ख़त्म हो जाएगा.

यूरोपीय संघ और संयुक्त राष्ट्र ने इस फ़ैसले को उत्साहजनक और अहम कदम बताया है. हालांकि पर्यावरण के लिए काम करने वाले संगठन ग्रीनपीस ने कहा कि दोनों देशों को और अधिक प्रतिबद्ध होने की ज़रूरत है.

वैज्ञानिकों का कहना है कि दुनिया की तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री तक सीमित करने से जलवायु के सबसे ख़राब प्रभावों से मानवता को बचाने में मदद मिलेगी. ये तय हुआ है कि तापमान को औद्योगिकीकरण के पहले के तापमान से 1.5 डिग्री से अधिक न बढ़ने दिया जाए.

उम्मीद है कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और चीन के उनके समकक्ष शी जिनपिंग अगले हफ़्ते तक वर्चुअल मीटिंग में हिस्सा लेंगे. जलवायु पर चीन के दूत के अनुसार, पिछले 10 महीनों में लगभग 30 बैठकों के बाद इस घोषणा पर सहमति बनी.

वैसे ये ख़बर सामने आने के बाद पूरी दुनिया से आई प्रतिक्रियाएं काफी सकारात्मक रही है. लेकिन जानकारों और कार्यकर्ताओं ने चेताया है कि इन वादों को पूरा करने के ​लिए ठोस काम करने की ज़रूरत है.


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