अमित शाह का वाराणसी दौरा विधानसभा चुनाव के लिए कितना अहम?

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बात उस समय की है जब 2014 के लोकसभा चुनाव में बतौर पार्टी के महासचिव अमित शाह ने उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के लिए चुनावों की रणनीति की कमान संभाली थी. और जब इसके परिणाम सामने आए तो बीजेपी ने राज्य की 80 में से 73 सीटों पर जीत हासिल कर ली.

चुनावों की रणनीति बनाने के लिए अमित शाह का लोहा माना जाता रहा है. और फिर 2017 में राज्य विधानसभा चुनावों की रणनीति बनाने का ये परिणाम हुआ कि बीजेपी ने अपने सभी विपक्षी दलों का सफ़ाया कर दिया.

वो बात और है कि चुनावी नतीजों के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता मनोज सिन्हा का उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनना लगभग तय हो गया था. लेकिन ऐन वक़्त पर योगी आदित्यनाथ राज्य में बीजेपी के सबसे कद्दावर नेता बनकर सामने आ गए. ऐसे में मुख्यमंत्री के रूप में उनके नाम पर मुहर लगाना पार्टी के आलाकमान के लिए बाध्यता सी हो गई.

जानकार मानते हैं कि 2014 के लोकसभा और 2017 के उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में नरेंद्र मोदी की छवि और उनकी लोकप्रियता पर बीजेपी कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ती चली गयी.


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