मणिपुर हमले की जिम्मेदारी लेने वाले उग्रवादी संगठन PLA को चीन से फंडिंग, म्यांमार-बांग्लादेश में ट्रेनिंग कैंप

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मणिपुर में शनिवार को सेना पर घात लगाकर हमला करने के 10 घंटे बाद दो उग्रवादी संगठनों पीपुल्स लिबरेशन आर्मी यानी PLA और मणिपुर नागा पीपुल्स फ्रंट ने इसकी जिम्मेदारी ली है। इनमें से PLA के तार पड़ोसी देश चीन से जुड़ रहे हैं। उसे चीन से ही फंडिंग होती है। वहीं, पड़ोसी देशों बांग्लादेश-म्यांमार में इस संगठन के ट्रेनिंग कैंप हैं।

PLA मणिपुर को अलग राज्य बनाना चाहता है

कब बना- 25 सितंबर, 1978 को एन. बिशेश्वर सिंह के नेतृत्व में इस संगठन की स्थापना की गई।

लक्ष्य क्या - मणिपुर को भारत से अलग करने के लिए मौतें, नागा व कुकी समूहों को एकजुट करना। 

ट्रेनिंग कहां - म्यांमार में दो बांग्लादेश में 5 शिविर मौजूद हैं। इनमें करीब 1,000 रंगरूटों ने अत्याधुनिक हथियारों का प्रशिक्षण प्राप्त किया है।

क्या कार्रवाई- सुरक्षा बलों ने थौबल के टेकचम में एक PLA शिविर पर छापा मारते हुए लगभग सभी शीर्ष नेतृत्व को मार दिया। 6 जुलाई, 1981 को बिशेश्वर को भी गिरफ्तार कर लिया गया था।

फिर कब सक्रिय - PLA उग्रवादियों ने 8 अप्रैल, 1989 को इंफाल के पास एक IPS अधिकारी वंदना मलिक को घात लगाकर मार डाला था।

फंडिंग के स्रोत - जनवरी 1991 के दस्तावेज के मुताबिक पाक खुफिया एजेंसी ISI के साथ गठजोड़। भारत में इन आतंकियों को फलने-फूलने के लिए चीन से भी मोटी फंडिंग की जा रही है। भारत सरकार आतंकी संगठन घोषित कर चुकी है।


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