भारत-चीन कोयले पर अपना रुख़ स्पष्ट करें'

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COP26 की बैठक ख़त्म होने के बाद इसके अध्यक्ष आलोक शर्मा ने भारत और चीन को लेकर कहा है कि इन दोनों को अपने बारे में जलवायु परिवर्तन के लिहाज से असुरक्षित देशों को समझाना होगा.

इन दोनों देशों ने COP26 में कोयले के इस्तेमाल पर फे़ज़ आउट (चरणबद्ध तरीके़ से ख़त्म) को फ़ेज़ डाउन (चरणबद्ध तरीक़े से कम) में बदलने की वकालत की थी.

आलोक शर्मा का यह बयान ग्लासगो की इस बैठक में इसे स्वीकार लिए जाने के बाद आया है.

हालांकि कि आलोक शर्मा ने कहा कि यहां तापमान को 1.5 डिग्री सेंटीग्रेड से अधिक बढ़ने पर ऐतिहासिक सहमति बनी.

ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन के लिहाज़ से सबसे ख़राब जीवाश्म ईंधन कोयले को धीरे धीरे कम करने की योजना पर सहमति बनाने वाला यह अब तक का पहला जलवायु समझौता है.


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