गोडसे के हिन्दुस्तान के साथ नहीं रह सकते, हमें गांधी-नेहरू का हिन्दुस्तान चाहिए: महबूबा मुफ़्ती

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जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने एक बार फिर कहा है कि भारत को कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान से बात करनी चाहिए.

उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि अगर भारत तालिबान से बात कर सकता है, चीन से बात कर सकता है तो पाकिस्तान से बात क्यों नहीं कर सकता.

महबूबा ने कहा, "जब मैं कहती हूं पाकिस्तान से बात करो, आज वो तालिबान से बात कर रहे हैं. आज वो उस चीन से बात कर रहे हैं जिसने हमारी ज़मीन पर नाजायज़ कब्ज़ा किया है. मगर जब महबूबा मुफ़्ती कहती है कि जम्मू में अमन लाने के खातिर पाकिस्तान से बात करो तो वो कहते हैं ये देशद्रोही है. ये एंटी नैशनल है. पता नहीं क्यों?

उन्होंने कहा, "अगर जम्मू-कश्मीर को अपने साथ रखना है तो 370, 35ए और कश्मीर का मसला हल करने के साथ रखना होगा. डंडे, बंदूक, लाशों को दबाने के बलबूते पर कश्मीर को साथ नहीं रख सकते. बंदूक के बलबूते पर अमेरिका भी अफ़ग़ानिस्तान पर राज नहीं कर सका."

इसके बाद उन्होंने ये भी कहा, "गोडसे के हिंदुस्तान के साथ हम नहीं रह सकते. हमें गांधी का हिंदुस्तान चाहिए. हमें नेहरू का हिंदुस्तान चाहिए. हमें अपना हिंदुस्तान वापिस चाहिए, हिंदुस्तान के आईन ने जो हमको दिया था वो हमें वापिस चाहिए."


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