वरुण गाँधी ने एक बार फिर अपनी पार्टी पर साधा निशाना

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उत्तर प्रदेश के पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी सांसद वरुण गाँधी अपनी ही पार्टी की सरकार की लगातार आलोचना कर रहे हैं.

गुरुवार को वरुण गाँधी ने ट्वीट कर अपनी सरकारों को निशाने पर लिया है. अपने ट्वीट में वरुण गाँधी ने लिखा है, ''पहले तो सरकारी नौकरी ही नहीं है, फिर भी कुछ मौक़ा आए तो पेपर लीक हो, परीक्षा दे दी तो सालों साल रिजल्ट नहीं, फिर किसी घोटाले में रद्द हो. रेलवे ग्रुप डी के सवा करोड़ नौजवान दो साल से परिणामों के इंतज़ार में हैं. सेना में भर्ती का भी वही हाल है. आख़िर कब तक सब्र करे भारत का नौजवान?''

पिछले हफ़्ते उत्तर प्रदेश शिक्षक योग्यता परीक्षा यानी यूपीटीईटी का पेपर लीक हो गया था. पेपर परीक्षा के ठीक पहले लीक हुआ था. बाद में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने परीक्षा रद्द करने का फ़ैसला किया था.

गुरुवार को इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस स्पेशल टास्क फ़ोर्स ने स्टेट परीक्षा नियामक अथॉरिटी के सचिव संजय उपाध्याय को गिरफ़्तार किया था. इससे पहले राज्य सरकार ने उपाध्याय को पद से निलंबित कर दिया था. वरुण गाँधी ने इसी पेपर लीक मामले में सरकार पर निशाना साधा है.

30 नवंबर को भी वरुण गांधी ने अंग्रेज़ी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस में एक लेख लिखकर मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों को आड़े हाथों लिया था. वरुण गाँधी ने अपने इस लेख में लिखा है, ''पिछले दशक में हमारे नीति निर्माताओं ने लगातार सैकड़ों अप्रभावी नीतियों की घोषणा की. इन नीतियों का लक्ष्य भारत में मैन्युफैक्चरिंग को प्रोत्सहान देना था. नौकरियाँ पैदा करनी थी और किसानों की आमदनी बढ़ानी थी. जबकि बांग्लादेश कपड़ा बानता है और अब वो हमसे अमीर है.''


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