ओमिक्रॉन: कर्नाटक ने सख़्त किए कोविड के नियम, अफ़्रीकी नागरिक को निगेटिव रिपोर्ट देने वाली लैब की होगी जांच

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कर्नाटक सरकार ने ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाए जाने वाले दक्षिण अफ़्रीकी नागरिक को कोविड निगेटिव सर्टिफिकेट देने वाली निजी लैब के ख़िलाफ़ पुलिस जांच शुरू करने का आदेश दिया है.

इस निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर ही यह शख़्स पिछले महीने भारत छोड़कर जाने में सक्षम हुआ है.

इससे पहले हुए एक टेस्ट में इस शख़्स की कोरोना रिपोर्ट पॉज़िटिव आई थी जिसकी वजह से उसे होटल के एक कमरे में आइसोलेट होना पड़ा था.

इसके बाद इस शख़्स ने निजी लैब में अपनी जांच कराई जिसने कोविड निगेटिव रिपोर्ट जारी की.

ये शख़्स भारत में कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित होने वाले दो लोगों में से एक व्यक्ति हैं.

दूसरे व्यक्ति एक सरकारी डॉक्टर हैं जिन्होंने कोविड संक्रमित होने की जानकारी मिलने के बाद ख़ुद को आइसोलेट कर लिया है.

इसके साथ ही उनकी पत्नी ने भी अपने आपको आइसोलेट कर लिया है. इनके सैंपल को लैब में ओमिक्रॉन की जांच के लिए भेजा गया है.

हालांकि, दक्षिण अफ़्रीकी नागरिक के प्राथमिक और द्वितीयक संपर्कों की कोविड-19 जांच निगेटिव आई है.

राजस्व मंत्री अशोक आर. ने मुख्यमंत्री बासवाराज बोम्मई की अध्यक्षता में हुई एक बैठक के बाद मीडिया को बताया है कि “पुलिस इस मामले की जांच करेगी कि दक्षिण अफ़्रीकी नागरिक को निगेटिव रिपोर्ट कैसे जारी की गयी.” विशेषज्ञों के साथ इस बैठक में तय किया गया कि पहली और दूसरी बार टीकाकरण के प्रमाणपत्र दिखाने के बाद ही सिनेमा हॉल और मॉल में प्रवेश दिया जाएगा. इसके साथ ही सरकारी अधिकारियों एवं स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिवावकों को भी वैक्सीन सर्टिफिकेट दिखाना होगा. साथ ही शैक्षणिक संस्थानों में सभी तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गयी है और शादियों में सिर्फ़ 500 लोगों के शामिल होने की अनुमति दी गयी है.


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