वैक्सीन के लिए तरसते नाइजीरिया में कैसे बर्बाद हो गई लाखों वैक्सीन

feature-top

अफ़्रीकी देश नाइजीरिया में कोविड वैक्सीन की क़रीब 10 लाख डोज़ बेकार हो गई है, क्योंकि इसे समय रहते इस्तेमाल नहीं किया गया. नाइजीरिया की कुल आबादी के सिर्फ़ तीन फ़ीसदी लोगों को ही कोविड वैक्सीन की पूरी डोज़ मिली है. ये अफ़्रीका के अन्य देशों के मुक़ाबले काफ़ी कम है. दक्षिण अफ़्रीका में 24 फ़ीसदी आबादी को वैक्सीन की दोनों डोज़ लगी है

नाइजीरिया के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि सभी बेकार हो चुकी वैक्सीन को नष्ट कर दिया जाएगा. नाइजीरिया अफ़्रीका के उन देशों में शामिल है, जिसे वैक्सीन के लिए संघर्ष करना पड़ा. क्योंकि वैक्सीन निर्माताओं ने धनी देशों से पहले ही करार कर लिया था. इस साल अगस्त में नाइजीरिया को ब्रिटेन ने एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की सात लाख डोज़ उपलब्ध कराई, जबकि सितंबर में कनाडा ने आठ लाख वैक्सीन दी. अक्तूबर में फ़्रांस ने नाइजीरिया को वैक्सीन की पाँच लाख डोज़ दी. इसी समय नाइजीरिया को अमेरिका की ओर से मॉडर्ना की 40 लाख डोज़ और फ़ाइजर की 36 लाख डोज़ उपलब्ध कराई. हालाँकि नाइजीरिया के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि उन्हें कई वैक्सीन ऐसे समय मिली, जब उनके एक्सपायर होने में कम ही समय बचा था. साथ ही उन्हें रखने की समस्या भी थी.


feature-top