कांग्रेस विधायक दल की बैठक खत्म, भाजपा धर्म को हथियार बनाने की कोशिश में

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मुख्यमंत्री निवास में शाम से चल रही कांग्रेस विधायक दल की बैठक खत्म हो गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस दौरान विधायकों को सरकार के कामकाज की संक्षिप्त जानकारी दी। उन्होंने कहा, भाजपा इस समय भी मुद्दा विहीन है। इसलिए वह धर्म को हथियार बनाने की कोशिश में है। जनता इसको सफल नहीं होने देगी। उन्होंने कहा, विधायक अपने क्षेत्रों में लोगों के बीच सक्रिय रहें। उनको जिताने के लिए वे खुद भी सभी क्षेत्रों में जाएंगे।

मुख्यमंत्री निवास में शुरू हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सरकार के मंत्री और पार्टी विधायक शामिल हुए। संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे ने सभी को सरकार के कामकाज की जानकारी दी। विपक्ष की ओर से उठाये जा सकने वाले संभावित मुद्दों पर बात की। इसमें धान खरीदी, धर्मांतरण और साम्प्रदायिक तनाव जैसे मामलों का जिक्र हुआ। उन्होंने कहा, कांग्रेस विधायक भाजपा की ओर से लगे आरोपों का आक्रामक और तर्क पूर्ण जवाब तैयार रखें।

सदन में इसे गंभीरता से रखें। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, उनकी सरकार के तीन साल पूरे हो रहे हैं। इन तीन सालों में विपक्ष के पास सरकार को घेरने का कोई मुद्दा नहीं बचा है। ऐसे में वह धर्मांतरण और धान खरीदी जैसे बेबुनियाद मुद्दे उठा रही है। उन्होंने कहा, इन आरोपों का आक्रामक ढंग से जवाब देना होगा। जनता के बीच सक्रिय रहिए। वे खुद सभी विधानसभा क्षेत्रों में जाकर लोगों से बात करेंगे। उन्होंने कहा, पिछली बार की तरह अगले विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनेगी। बैठक के बाद मुख्यमंत्री निवास में रात्रि भोज हुआ।

नगरीय निकाय चुनाव की जिम्मेदारी पूरी करें

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी विधायकों से नगरीय निकाय चुनाव में दी गई जिम्मेदारी पूरी करने को कहा है। उन्होंने कहा, पिछले चुनाव में सभी 10 नगर निगम में कांग्रेस जीती थी। इस बार चार निगम में चुनाव है। वहां भी कांग्रेस के उम्मीदवार जीतें यह सभी की जिम्मेदारी है। जिनको जहां लगाया गया है, वहां लगकर उम्मीदवारों को जिताएं।

पति के खिलाफ FIR पर भड़की छन्नी साहू

बताया जा रहा है, खुज्जी विधायक छन्नी साहू ने मुख्यमंत्री से संगठन के नेताओं की शिकायत की। उन्होंने कहा, अवैध खनन का विरोध करने पर संगठन के ही एक नेता ने उनके पति के खिलाफ SC-ST एट्रोसिटी एक्ट में FIR कराई है। यह उनके जैसे जनप्रतिनिधि को परेशान करने के लिए है। खुज्जी साहू काफी नाराज थी, उन्हें दूसरे नेताओं ने किसी तरह शांत कराया।


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