कज़ाख़स्तान में हिंसा: खुफ़िया विभाग के प्रमुख रहे मासिमोव राजद्रोह के आरोप में गिरफ़्तार

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पूरे कज़ाख़स्तान में हो रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बीच खुफ़िया विभाग के पूर्व प्रमुख कासिम मासिमोव को राजद्रोह के संदेह में गिरफ़्तार कर लिया गया है.

 कासिम मासिमोव की गिरफ़्तारी का एलान कज़ाख़स्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति ने किया है. पिछले हफ़्ते तक मासिमोव ही इस संस्था के प्रमुख हुआ करते थे. लेकिन लगता है देश में हिंसा और बेक़ाबू आंदोलन भड़कने की गाज़ मासिमोव पर भी गिरी है.

वैसे देश के सबसे बड़े शहर अलमाटी पर अब प्रशासन का नियंत्रण लगता है हो गया है.

हालांकि देश के राष्ट्रपति कासिम जोमार्त तोकायेव ने कहा है कि अभी भी कई जगहों पर चरमपंथी हमले हो रहे हैं.

यह बयान उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ फ़ोन पर हुई बातचीत के दौरान दिया. मालूम हो कि रूस ने कज़ाख़स्तान में भड़के दंगों पर क़ाबू पाने के लिए इस हफ़्ते हज़ारों सैनिक वहां भेजे.

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कज़ाख़स्तान में रूसी सेना बुलाई जाने की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि हाल के इतिहास का एक सबक़ है कि एक बार जब रूसी आपके घर में घुस गए तो वे आसानी से बाहर नहीं निकलते.

राष्ट्रपति तोकायेव ने​इस हिंसा के लिए विदेश से प्रशिक्षित होकर आने वाले 'चरमपंथियों' को इसके लिए ज़िम्मेदार बताया. हालांकि उन्होंने इस आरोप का कोई साक्ष्य पेश नहीं किया.

 


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