योगी आदित्यनाथ का गोरखपुर से लड़ना, क्या है बीजेपी की रणनीति और चुनौती

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को गोरखपुर शहर सीट से अपना पर्चा दाखिल कर रहे हैं. उनकी उम्मीदवारी की वजह से गोरखपुर शहर की सीट यूपी चुनाव की सबसे हाई प्रोफ़ाइल सीट बन चुकी है. योगी आदित्यनाथ के नामांकन में भाजपा का शीर्ष नेतृत्व भी मौजूद रहेगा और ख़ुद गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के प्रदेश प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान भी नामांकन के लिए गोरखपुर पहुँच रहे हैं.

प्रोटोकॉल के अनुसार, योगी आदित्यनाथ, अमित शाह और धर्मेंद्र प्रधान गोरखपुर के महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज में एक जनसभा करेंगे जिसके बाद वो कलेक्टरेट के लिए रवाना होंगे.

गोरखपुर की नौ विधानसभा सीटों के लिए अलग-अलग रिटर्निंग ऑफ़िसर अधिकृत किए गए है. योगी कलेक्टरेट के कमरा नंबर चौबीस में अपना पर्चा दाखिल करेंगे और वहां मौजूद एडीएम राजेश कुमार सिंह पर्चे की जांच करेंगे.

वैसे तो योगी आदित्यनाथ 1998 से 2017 तक लगातार गोरखपुर के सांसद रहे हैं, लेकिन विधानसभा का चुनाव वो पहली बार लड़ रहे हैं. के मुख्यमंत्रियों की अक्सर आलोचना होती है कि वो बैकडोर से यानी एमएलसी बन मुख्यमंत्री बनते हैं और चुनाव लड़ने से कतराते हैं.


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