संविधान की प्रकृति हिंदुत्ववादी - मोहन भागवत

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कार्यक्रम में संघ प्रमुख से जब सवाल किया गया कि क्या भारत हिंदू राष्ट्र' बनने की राह पर है? जिसके जवाब में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, "भले ही कोई इसे कोई स्वीकार करे या न करे, लेकिन यहां (हिंदू राष्ट्र) है। हमारे संविधान की प्रकृति हिंदुत्व वादी है। यह वैसी ही है जैसी कि देश की अखंडता की भावना। राष्ट्रीय अखंडता के लिए सामाजिक समानता जरूरी नहीं है। भिन्नता का मतलब अलगाव नहीं होता।"
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