कर्नाटक विधानसभा में हंगामा: कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार और मंत्री के बीच मारपीट होते-होते बची

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कर्नाटक विधानसभा में बुधवार को ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री के एस ईश्वरप्पा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार के बीच तीखी नोकझोंक के बीच सदन में भारी हंगामा हुआ। उनके बीच मारपीट होते होते बची।

स्थिति तब तनावपूर्ण हो गई जब विपक्ष के नेता सिद्धरमैया स्थगन प्रस्ताव की मांग करते हुए अपनी बात रख रहे थे। वह ईश्वरप्पा को उनके हाल के भगवा ध्वज को लेकर की गई टिप्पणी पर मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे थे।

दोनों के बीच तब गरमागरम बहस शुरू हुई जब विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने ईश्वरप्पा का पक्ष जानना चाहा क्योंकि स्थगन प्रस्ताव में उनके विरुद्ध आरोप लगाए गए थे। इसका विरोध करते हुए शिवकुमार ने कहा,‘हम उन्हें (ईश्वरप्पा को बोलने) नहीं दे सकते।’ बताया जाता है कि इस पर ईश्वरप्पा ने कुछ टिप्पणी की लेकिन शोर-शराब के कारण वह स्पष्ट रूप से सुनाई नहीं पड़ी। शिवकुमार ने गुस्से में अपनी पार्टी के कुछ विधायकों के साथ ईश्वरप्पा की ओर बढ़ने की कोशिश की। तब ईश्वरप्पा भी अपनी सीट से उठकर उनकी ओर बढ़े और दोनों एक दूसरे के बिल्कुल करीब आ गए थे।

अध्यक्ष को लगा कि स्थिति नियंत्रण से बाहर जा सकती है और उन्होंने सदन की कार्यवाही भोजनावकाश के लिए स्थगित कर दी। उस बीच, मार्शलों ने कुछ विधायकों के साथ उत्तेजित सदस्यों को समझाने-बुझाने एवं शांत करने का प्रयास किया। पहले भी दोनों नेता विधानसभा में गरमा-गरम बहस में उलझे और एक दूसरे पर टिप्पणी करते सुनाई दिए। जब दोनों पक्ष से विधायक अपने अपने नेता के में खड़े हो गये और नोकझोंक करने लगे तब बहुत हंगामेदार स्थिति बन गई। अध्यक्ष ने विधानसभा कर्मियों से माइक बंद करने को कहा।


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