भाजपा की जीत की गूंज दक्षिण तक, राजनीतिक दलों के लिए एक भारी झटका

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उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भाजपा की भारी जीत दक्षिणी राज्यों के राजनीतिक दलों के लिए एक भारी झटका है, खासकर द्रमुक और तेलंगाना राष्ट्र समिति के लिए। दक्षिणी राज्यों के दो मुख्यमंत्रियों-तमिलनाडु के एम. के. स्टालिन और तेलंगाना के. चंद्रशेखर राव का मानना था कि अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी योगी आदित्यनाथ को सत्ता से बेदखल कर देगी। इन दोनों ने न तो योगी आदित्यनाथ को बधाई दी और न ही भाजपा को। इन्हें अपने राज्यों में अल्पसंख्यक वोटों के खोने का डर है। 

केरल में माकपा की सरकार है, इसलिए वहां से भी कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया की अपेक्षा नहीं की जा सकती। कर्नाटक और पुड्डुचेरी, दोनों राज्यों में भाजपा की सरकार है, इसलिए उन्होंने चार राज्यों में पार्टी की बड़ी जीत का स्वागत किया है। जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई चुनावी रैलियों में कहा कि डबल इंजन सरकार ने दलितों के लिए बहुत कुछ दिया है, यह संदेश दक्षिण भारत, खासकर तमिलनाडु के मतदाताओं के दिमाग में बहुत गहराई तक चला गया है।


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