पिछले तीन वर्षों में छत्तीसगढ़ में हाथियों के हमले में 204 लोग मारे गए हैं

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वन विभाग ने ग्रामीणों को किया सतर्क उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व के उप निदेशक अरुण जैन ने कहा कि ग्रामीणों को आसपास के क्षेत्र में हाथियों की मौजूदगी के बारे में सतर्क कर दिया गया है और कहा गया है कि वे जंगल में लकड़ी या महुआ लाने न जाएं। उन्होंने कहा कि इन हाथियों को गांवों से दूर भगाने के प्रयास जारी हैं। ऐसी घटनाएं ज्यादातर सरगुजा, रायगढ़, कोरबा, सूरजपुर, महासमुंद, धमतरी, गरियाबंद, बालोद, बलरामपुर और कांकेर जिलों में हुई हैं। वन विभाग के अनुसार, पिछले तीन वर्षों में छत्तीसगढ़ में हाथियों के हमले में 204 लोग मारे गए हैं, जबकि 45 हाथियों की मौत हुई है।
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