सोनीपत: पेशेवर नहीं थे कोर्ट परिसर में गवाह के हत्यारे, सतर्क होता वेद प्रकाश तो बच जाती जान

feature-top

हरियाणा के सोनीपत में न्यायालय परिसर में बाइक पर सवार होकर पहुंचे हमलावर पेशेवर नहीं थे। जिस तरह उन्होंने वारदात को अंजाम दिया, इससे तो प्रत्यक्षदर्शी यही मान रहे हैं। उन्होंने तीन गोलियां चलाईं, जिसमें भी एक गोली वहां खड़ी कार के शीशे में लगी। हालांकि बाद में दो गोली वेद प्रकाश को मारकर वह फरार हो गए।

कोर्ट परिसर में हुई घटना को लेकर प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हत्या करने आए दोनों हमलावर पेशेवर नहीं लग रहे थे। वह बाइक खड़ी करके करीब आधा घंटे से घटनास्थल के आसपास चहलकदमी करते रहे। करीब 10:15 बजे वेदप्रकाश अपने अधिवक्ता अमरीश कुमार के चैंबर से बाहर आया था। अधिवक्ता उनसे आगे चल रहे थे। अचानक दोनों हमलावरों ने गोली चलाई। एक के पास तमंचा और दूसरे के पास पिस्तौल थी

वह ठीक से निशाना नहीं लगा पाए और पहली गोली पास में खड़ी कार के शीशे में जाकर लगी। जब तक वेद प्रकाश कुछ समझ पाता, एक गोली उसके सीने में मार दी गई। अगर वह उस समय थोड़ी सतर्कता दिखाता तो गोली चलने पर भाग सकता था। एक गोली मारने के बाद पिस्तौल से एक और गोली वेद प्रकाश को मारी गई, जबकि हमलावर तमंचा को दोबारा से लोड ही नहीं कर पाए। जैसे ही हमलावरों ने बाइक को चालू किया, बार के प्रधान संदीप शर्मा स्वीटी ने उनकी बाइक का हैंडल पकड़ लिया। इस पर एक हमलावरों ने उन पर भी पिस्तौल तान दी। बाद में वह बाइक को छुड़ाकर भाग गए। 

छावनी में बदला कोर्ट परिसर

न्यायालय परिसर में गोली मारकर हत्या करने की सूचना मिलते ही पुलिस में हड़कंप मच गया। एसपी हिमांशु गर्ग के साथ ही एएसपी निकिता खट्टर और डीएसपी विपिन कादियान की टीम कोर्ट परिसर में पहुंच गई। पुलिस न्यायालय परिसर में संदिग्धों से पूछताछ करती रही।

पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज ली

पुलिस ने कोर्ट परिसर में लगे सीसीटीवी की फुटेज ले ली है, जिसके आधार पर हमलावरों की गतिविधियों का पता लगाया जा रहा है। साथ ही पता लगाया जा रहा है कि उनके साथ कोई अन्य तो नहीं था। पुलिस मामले में हर पहलू पर जांच कर रही है।


feature-top