आओ, मेरे घर पर हनुमान चालीसा पढ़ो, लेकिन दादागीरी बर्दाश्त नहीं करूंगा -उद्धव ठाकरे

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हनुमान चालीसा विवाद पर चुप्पी तोड़ते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनके घर पर हनुमान चालीसा पढ़ने में कोई समस्या नहीं है, लेकिन ‘दादागीरी’ बर्दाश्त नहीं की जाएगी. शिवसेना अध्यक्ष ठाकरे ने भाजपा का नाम लिये बगैर उस पर निशाना साधा और दावा किया कि उन्हें हिंदुत्व सिखाने वाले उस वक्त ‘चूहे के बिल’ में छिपे थे, जब बाबरी मस्जिद गिराई गयी थी. उद्धव ने कहा, ‘‘अगर आप मेरे घर पर ‘हनुमान चालीसा’ पढ़ना चाहते हैं, आइए. लेकिन सही तरीके से आइए.’’ बता दें कि निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा ने उद्धव के घर के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था. इस पर मचे बवाल के बीच दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी और अरेस्ट कर लिया गया था.

उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘‘लेकिन अगर आप दादागीरी से आना चाहते हैं तो बालासाहेब ने हमें सिखाया था कि दादागीरी को कैसे खत्म करते हैं.’’ उन्होंने भगवान हनुमान का संदर्भ देते हुए कहा कि शिवसेना का हिंदुत्व ‘गदाधारी’ है, जबकि विरोधियों का हिंदुत्व ‘घंटाधारी’ है. इससे पहले आज दिन में भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि अगर हनुमान चालीसा पढ़ना राजद्रोह है तो ‘‘हम सभी यह अपराध करने के लिए तैयार हैं.’’


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