भारत-इस्राइल संबंध: दोनों देशों के कृषि मंत्रियों ने द्विपक्षीय साझेदारी की मजबूती पर की चर्चा

तोमर बोले- देश के 75 गांवों का होगा कायाकल्प

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चार दिनी इस्राइल दौरे पर गए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने यहां कहा कि कृषि क्षेत्र में भारत-इस्राइल सहयोग को अगले स्तर पर ले जाया जाएगा। इस तरह देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर 75 भारतीय गांवों का इस्राइली सहयोग से कायापलट किया जाएगा।

तोमर आट मई से इस्राइल दौरे पर हैं। वह इस्राइली संसद में कृषि मंत्री ओडेड फॉरेर से मिले और कृषि तकनीकों, क्षमता निर्माण, ज्ञान के आदान-प्रदान तथा कृषि, जल प्रबंधन, पर्यावरण व ग्रामीण विकास के क्षेत्रों में सहयोग संबंधी कई मुद्दों पर चर्चा की।

तोमर ने कहा, चूंकि भारत और इस्राइल राजनयिक संबंधों के 30 वर्ष पूरा होने का जश्न मना रहे हैं तो यह द्विपक्षीय साझेदारी पारस्परिक यात्राओं और अनुभवों को साझा करने से और मजबूत होगी। फॉरेर ने भारत में इस्राइल द्वारा स्थापित उत्कृष्टता केंद्रों को अगले स्तर तक ले जाने की इच्छा जताई। अभी भारत में 29 पूरी तरह से संचालित उत्कृष्टता केंद्र हैं जो किसान की उपज बढ़ाने के लिए कृषि क्षेत्र में नई प्रौद्योगिकियों पर अहम सूचना उपलब्ध करा रहे हैं। 

भारतवंशी किसान के खेत का दौरा

भारत-इस्राइल इस वर्ष जून अंत तक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया पूरी करने पर राजी हो गए हैं। तोमर ने कई कंपनियों को भारत में काम करने का निमंत्रण दिया। मंत्री ने नेगेव रेगिस्तान इलाके में भारतीय सब्जियां उगा रहे भारतीय मूल के किसान शारोन चेरी के एक खेत का भी दौरा किया। उन्होंने चेरी से बात करके खेती की तकनीकी को समझा।


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