भूपेश एक्ट के काले कानूनों के खिलाफ भाजपा के सत्तर हजार से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने दी गिरफ्तारी - विष्णुदेव साय

feature-top

भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ ने भूपेश सरकार के काला कानून (भूपेश एक्ट) के विरोध में प्रदेश भर में प्रदर्शन किया और अपनी गिरफ्तारी दी है। भूपेश बघेल के द्वारा किसी भी प्रकार के धरना प्रदर्शन के पूर्व सरकार अनुमति सहित 19 काले बिंदुओं को अनिवार्य किया है जो गरीबों पर आर्थिक बोझ डाल रहे है जिसका भारतीय जनता पार्टी इसका पूरजोर से विरोध कर रही है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने केन्द्रीय जेल परिसर में भूपेश सरकार की सद्बुध्दि हेतु किया हनुमान चालीसा का पाठ। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के सत्तर हजार से अधिक कार्यकर्ताओं ने पूरे प्रदेश भर में अपनी गिरफ्तारी दी।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने भाजपा की प्रांतीय बैठक में भूपेश सरकार को 15 दिन में काला कानून वापस लेने का समय दिया था लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार के अड़ियल रवैए के बाद आज पूरे प्रदेश में जेल भरने के लिए सभी जिलों में भाजपा के संगठन व पार्टी के नेताओं, पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने अपनी अपनी गिरफ्तारी दी है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने इस आंदोलन में अपने गृह जिले जशपुर में आंदोलन का नेतृ त्व किया और हजारों कार्यकर्ताओं के साथ गिरफ्तारी दिया लेकिन यह अलोकतांत्रिक सरकार काला कानून वापस नहीं लेना चाहती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अपने विरोध को सहन नहीं कर पा रही है। जबकि जनता व कर्मचारियों से किए गए वादे को पूरा न कर पाने के कारण हर जगह राज्य सरकार का विरोध आंदोलन का शक्ल ले रहा है। डरी, घबराई सरकार आपातकाल की तर्ज पर प्रदेश में मिनी आपातकाल लागू किए हुए है। जिसका पूरी ताकत से भाजपा विरोध करती है।

भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि सत्ता पाने के लिए कांग्रेस ने बड़े-बड़े वादे तो किए थे लेकिन जब उन वादों को पूरा करने का समय आया तो वह उसे पूरा नही कर रही है। जिसके कारण प्रदेशभर के विभिन्न कर्मचारी संगठन, किसान, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मनरेगा कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी, विद्युतकर्ती अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे जो प्रदेश की कांग्रेस सरकार का विरोध कर रहे थे जिसको दबाने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एक काला कानून (भूपेश एक्ट) लाकर लोकतंत्र की आवाज को दबाने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हर कोई को अपने बातों को रखने का अधिकार है लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार सन् 1975 के तर्ज पर प्रदेश में मिनी आपात काल लागू कर दिए है जिसका भारतीय जनता पार्टी विरोध करती है। प्रदेश सरकार का यह तानाशाही रवैया कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 

इस दौरान जेल भरो आंदोलन में रायपुर में प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय, बृजमोहन अग्रवाल, जिलाध्यक्ष श्रीचंद सुन्दरानी, अभिनेष कश्यप, संजय श्रीवास्तव, मोतीलाल साहू, नरेश गुप्ता, दीपक म्हस्के, नलिनीश ठोकने, मीनल चौबे, केदार गुप्ता देवजी भाई पटेल, नंदे साहू, ओंकार बैस, सूर्यकांत राठौर, राजीव अग्रवाल, मृत्युंजय दुबे, अमित मैशरी, अमित चिमनानी गोविंदा गुप्ता, अर्पित सूर्यवंशी, सीमा साहू, किरण बघेल, राम प्रजापति, राहुल राव, संयोगिता जुदेव, राजेश पाण्डेय बलौदाबाजार-भाटापारा में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, विधायक शिवरतन शर्मा, सनम जांगड़े, दुर्ग में सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय, विजय बघेल, बिलासपुर में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, अमर अग्रवाल, भूपेन्द्र सवन्नी, कांकेर में सांसद मोहन मंडावी, पूर्व सांसद विक्रम उसेंडी, शालिनी राजपूत, सतीष लाठिया, जगदलपुर में प्रदेश महामंत्री किरण देव, दिनेश कश्यप, सुभाऊ कश्यप, संतोष बाफना, नारायणपुर में पूर्व मंत्री केदार कश्यप, कोंडागांव में लता उसेंडी, दीपेश अरोरा, मनोज जैन, प्रदीर बदेशा, बीजापुर में डी. वेंकट, पूर्व मंत्री महेश गागड़ा, सुखलाल पूजारी, रायगढ़ में सांसद गोमती साय, ओपी चौधरी, सरगुजा में कमलभान सिंह, अनुराग सिंहदेव, मेजर अनिल सिंह, जांजगीर-चांपा में सांसद गुहाराम अजगले, नारायण चंदेल, कोरबा में ननकी राम कंवर, राजीव सिंह, लखनलाल देवांगन, कवर्धा में सांसद संतोष पाण्डेय, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, विजय शर्मा, धमतरी में पूर्व मंत्री व विधायक अजय चंद्राकर, रंजना साहू, गरियाबंद में पूर्व सांसद चंदूलाल साहू, डमरूधर पूजारी, संदीप शर्मा, संतोष उपाध्याय, गोवर्धन मांझी, राजेश साहू, श्वेता शर्मा, रामकुमार साहू, महासमुंद में रूप कुमारी चौधरी, पूनम चंद्राकर, विमल चोपड़ा, इंद्रजीत सिंह गोल्डी, सरला कोसरिया, सहित बहुत बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।


feature-top