लोगों के दिलों में सदैव जीवित रहेंगे झीरम घाटी के शहीदः मुख्यमंत्री

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 *शहीदों की याद में सदैव लहराता रहेगा 100 फीट ऊंचा तिरंगा

*झीरम घाटी हादसे की 9वीं वर्षगांठ पर पर मुख्यमंत्री ने दी

शहीदों को श्रद्धांजलि आज से ठीक 9 साल पहले बस्तर के झीरम घाटी में हुए नक्सली हमले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और पुलिस के जवानों समेत 32 लोग शहीद हो गए थे। शहीदों को सम्मान देने के लिए आज के दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जगदलपुर के लालबाग मैदान में उपस्थित थे। झीरम घाटी में शहीद 32 लोगों की यादों को आम लोगों के दिलों में सदैव जिंदा रखने के लिए जगदलपुर के लागबाग मैदान में झीरम घाटी शहीद स्मारक का निर्माण किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज इस मेमोरियल को आम जनता के नाम लोकार्पित किया। मुख्यमंत्री ने मेमोरियल परिसर में ही 100 फीट ऊंचे तिरंगे का भी ध्वजारोहण किया जो शहीदों के सम्मान के रूप में सदैव लहराता रहेगा। झीरम घाटी में शहीद 32 जनप्रतिनिधियों एवं जवानों की मूर्तियां उनके नाम के साथ स्थापित की गयी हैं जो उनकी पहचान को सदैव जीवित रखेंगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने मेमोरियल में मौजूद शहीदों के परिजनों से मुलाकात की तथा उन्हें शाल, श्रीफल और पौधे के रूप में झीरम स्मृति भेंट करते हुए उन्हें सम्मान प्रदान किया। छत्तीसगढ़ के अन्य शहरों से भी शहीदों के परिजन वर्चुअल रूप से आनलाइन माध्यम से जुड़े हुए थे। मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों से बात की तथा शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए उनके द्वारा किए गए कार्यों के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हर किसी के साथ न्याय हो रहा है और आज का छत्तीसगढ़ शांति के टापू के रूप में विकसित हो रहा है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि झीरम घाटी के शहीद जहां भी होंगे वो हमें आशीष दे रहे होंगे। मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों से बात करते हुए हर सुख दुख में उनके साथ खड़े रहने का वायदा किया और परिजनों के हिम्मत तथा हौंसले की तारीफ की।


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