गोबर बेचकर अपने पति के लिए खरीद ली बाइक, महिलाएं पूरे परिवार को कर रही सशक्त

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*आर्थिक रूप से सशक्त महिलाएं अपने पतियों को दे रहीं उपहार

*केंचुआ बेचकर समूह की महिलाओं ने कमाये 13 लाख रुपए, 10 लाख रुपए का वर्मी खाद भी बेचा

 *बकावंड विकासखंड में गौठानों के माध्यम से बदली स्वसहायता समूह की तकदीर,

महिलाओं ने अनुभव किये साझा *काजू प्रसंस्करण केंद्र के काजू से तैयार काजू कतली भी खाई मुख्यमंत्री ने गौठानों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े आर्थिक बदलाव का रास्ता खुल रहा है। बकावंड विकासखंड में आयोजित भेंट मुलाकात में मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल से आर्थिक तरक्की के राह पर निकल पड़े अनेक ग्रामीणों ने अपनी कहानी साझा की। मंगनार से आई नीलिमा देवांगन ने बताया कि गोबर बेचकर उन्होंने 80 हजार रूपए की बाइक अपने पति के लिए खरीदी। सारे सपने गौठान से पूरे हो रहे हैं। गौठान के माध्यम से उनका समूह भी आर्थिक रूप से काफी सशक्त हुआ है। उन्होंने बताया कि हमारा गौठान काफी आगे चल रहा है और दस लाख रुपए हमें वर्मी खाद बेचकर प्राप्त हुआ है। 13 लाख रुपए का केंचुआ बेच चुके हैं। हम लोग सामुदायिक बाड़ी भी चलाते हैं इसके माध्यम से हमने दो लाख रुपए कमा लिये हैं। नर्सरी के माध्यम से हमने 60 हजार रुपए कमाये हैं। मछलीपालन के माध्यम से हम 60 हजार और मुर्गीपालन के माध्यम से हमने 75 हजार रुपए की आय हासिल की है। मुख्यमंत्री ने नीलिमा को बधाई देते हुए कहा कि ऐसा ही काम सभी गाँवों में होना चाहिए। ऐसे ही कृष्णा देवांगन ने मुख्यमंत्री को बताया कि उन्होंने तीन लाख रुपए का गोबर बेचा है और इस पैसे से मक्का मशीन खरीदी है। मुख्यमंत्री ने अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी भी ली। लोगों ने कहा कि सभी योजनाओं का लाभ हमें मिल रहा है। भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान काष्ठ शिल्प समिति कोकापाल के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को काष्ठ पर उकेरे गोधन न्याय योजना की कृति भी भेंट की।

दृष्टिबाधित छात्रा को स्मार्ट फोन एवं अन्य उपकरण खरीदने दिये डेढ़ लाख रुपए-

*भेंट मुलाकात के दौरान एक दृष्टिबाधित छात्रा भानुप्रिया आचार्य ने कहा कि मैं पढ़ना चाहती हूँ।

आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने की वजह से दिक्कत है। उनके दृष्टिबाधित भाई थनेन्द्र ने भी संगीत सीखने की इच्छा जाहिर की। दोनों के लिए भानुप्रिया ने स्मार्ट फोन और टेप रिकार्डर की माँग की। मुख्यमंत्री ने तुरंत इसके लिए डेढ़ लाख रुपए देने की घोषणा की।

*काजू प्रसंस्करण केंद्र देखा, काजू कतली भी टेस्ट किया और इसे खरीदा भी-

बकावंड में काजू प्रसंस्करण केंद्र स्थापित किया गया है। मुख्यमंत्री ने केंद्र का निरीक्षण किया। यहां माँ धारणी स्वसहायता समूह की महिलाओं ने उनका स्वागत कच्चे काजू की माला से किया। यहां उन्होंने काजू की प्रोसेसिंग का कार्य देखा। साथ ही उन्होंने यहां गुड़ से बनी काजू कतली का टेस्ट भी किया और इसे खरीदा भी।

भेंट मुलाकात में की घोषणा-

मुख्यमंत्री ने इस दौरान छोटे जीराखाल से जामागुड़ा रोड पर चितरंगा नाला में पुल निर्माण की घोषणा की। साथ ही उन्होंने बकावंड में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल बनाने, सरगीपाल और सतौसा में विद्युत उपकेंद्र स्थापित करने, बकावंड में विश्राम गृह और सहकारी बैंक की शाखा आरंभ करने एवं चिउरगांव में मोबाइल टावर स्थापित करने की घोषणा की। उन्होंने छोटे देवड़ा में मिनी स्टेडियम निर्माण की घोषणा भी की।


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