नूपुर शर्मा के मामले में जिन इस्लामिक देशों ने अब तक कुछ नहीं कहा

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बीजेपी की प्रवक्ता रहते हुए नूपुर शर्मा की एक टिप्पणी भारत के लिए राजनयिक रूप से समस्या बन गई है.

नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल को बीजेपी ने पार्टी से निकाल दिया है. इन दोनों ने बीजेपी के प्रवक्ता के तौर पर पिछले हफ़्ते पैग़ंबर मोहम्मद को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.

इनकी टिप्पणियों को लेकर क़तर, सऊदी अरब, कुवैत, ईरान, बहरीन और पाकिस्तान से तीखी प्रतिक्रिया आई.

क़तर, कुवैत और ईरान ने तो भारतीय राजदूतों को समन भेज जवाब मांगा है. इन देशों में लाखों की संख्या में भारतीय काम करते हैं. ये भारतीय इन देशों से कमाकर अरबों डॉलर का रेमिटेंस भेजते हैं. इसके अलावा भारत की ऊर्जा सुरक्षा के मामले में भी इन देशों की अहमियत है.

कुछ ऐसे अहम इस्लामिक देश भी हैं, जिन्होंने नूपुर शर्मा को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. यूएई भारत का अहम पार्टनर देश है. वह भारत का तीसरा सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है.

भारत और यूएई के बीच मुक्त व्यापार समझौता भी होने वाला है. भारत के विदेश मंत्रालय के अनुसार, यूएई में क़रीब 35 लाख लोग काम करते हैं और यह तादाद वहां की कुल आबादी का 30 फ़ीसदी है.

यूएई के बारे में कहा जाता है कि वह मज़हब को अंतरराष्ट्रीय संबंधों और व्यापार से बिल्कुल अलग रखता है. खाड़ी के देशों में यूएई कई मामलों में बिल्कुल अलग है.

बांग्लादेश ने भी अभी तक इस मामले में कुछ नहीं कहा है. बांग्लादेश के मीडिया में नूपुर शर्मा से जुड़ी ख़बरें छपी हैं लेकिन वहां की सरकार का कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.


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