जब तक बस्तर के लोग सहमत नहीं होंगे, बोधघाट परियोजना प्रारंभ नहीं की जाएगी

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विकास कार्य जन सरोकारों से जुड़े होते हैं। बस्तर के लोग जब तक सहमत नहीं होंगे, बोधघाट परियोजना प्रारंभ नहीं की जाएगी। यह बात मुख्यमंत्री ने कांकेर में आयोजित प्रेसवार्ता में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर में तेजी से विकास कार्य कराए जा रहे हैं। साढ़े तीन सालों में बस्तर विकास के क्षेत्र में काफी आगे बढ़ा है। ग्रामीण विकास और खेती किसानी को लेकर शासन ने जो निर्णय लिये हैं उससे तेजी से लोगों की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है। न्याय योजनाओं का पैसा ग्रामीणों के खाते में आ रहा है इसलिए हर भेंट मुलाकात में बैंक खोलने संबंधी मांग अधिक आ रही है। वाहनों की खरीदी बढ़ गई है ट्रैक्टर, कार, बाइक के नये शो रूम तेजी से खुल रहे हैं। वनोपज संग्रहण की नीति से भी सुखद बदलाव हुआ है। महुआ की खरीदी बढ़ी है। काजू से लेकर मिलेट्स और महुआ का मूल्य संवर्धन हो रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों के माध्यम से और स्वास्थ्य में हाट बाजार में मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल पा रही हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि जनहित के किसी भी कार्य में विलंब नहीं किये जाने को लेकर सख्त निर्देश दिये गये हैं। प्रशासनिक व्यवस्था पुख्ता तरीके से काम कर रही है। इसके चलते भेंट मुलाकात में किसी तरह की शिकायत सामने नहीं आ रही है और इसके चलते किसी अधिकारी-कर्मचारी पर कार्रवाई भी नहीं हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कहीं कहीं बंदोबस्त त्रुटि को लेकर दिक्कत आई है। इसके लिए हमने ड्रोन से सर्वे कर त्रुटि दुरूस्त करने के निर्देश दिये हैं। बस्तर में पर्यटन सुविधाओं का भी तेजी से विस्तार हो रहा है। हम हवाई सेवा का विस्तार कर रहे हैं। योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर हो रहा है। भेंट मुलाकात के दौरान जो खामी दिखी है उसे भी दुरूस्त करने के लिए कार्य किया जाएगा। इस दौरान अनेक विकास कार्यों की घोषणाएं की गई हैं। पंद्रह दिनों में इनके क्रियान्वयन के लिए निर्देश अधिकारियों को दिये गये हैं। इस दौरान विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया, संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी, मुख्यमंत्री के सलाहकार राजेश तिवारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।


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