मानसून का 14 तक बस्तर में प्रवेश संभव, आज से गहराने लगेंगे बादल

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राजधानी समेत पूरा प्रदेश गुरुवार को लू की चपेट में आ गया था । प्री मानसून बारिश नहीं होने से भी अधिकतम तापमान गिरने के बजाय बढ़ता रहा। मौसम विभाग के अनुसार आज शुक्रवार को अनेक स्थानों पर पानी गिरने की संभावना है। इससे दोपहर की गर्मी में कमी का दौर शुरू हो जाएगा।

मानसून दक्षिण भारत से आगे बढ़ने लगा है, लेकिन तेजी से आगे बढ़ने के लिए बंगाल की खाड़ी में अगले 48 घंटे यानी शनिवार रात तक तगड़ा सिस्टम जरूरी होगा। मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि सिस्टम बन गया, तब भी मानसूनी बादलों को बस्तर पहुंचने में चार दिन लगेंगे, अर्थात यह 14 जून तक बस्तर में दाखिल हो सकता है।

इसके बाद मानसून को रायपुर आने और प्रदेश में सक्रिय होने में तीन-चार दिन लग सकते हैं। अगर ठीक-ठीक ऐसा हो भी गया तो छत्तीसगढ़ में इस बार मानसून 4 दिन लेट हो जाएगा, क्योंकि इसके प्रवेश की सामान्य तारीख 10 जून है।

मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटे में उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, अरब सागर के कुछ और भाग में सिस्टम बनने से मानसून के आगे बढ़ने की संभावना है। यही नहीं दक्षिण महाराष्ट्र के कुछ भाग, गोवा, कर्नाटक के कुछ भाग, बचे हुए तमिलनाडु में मानसूनी गतिविधि बढ़ेगी। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में मानसून पहुंचने में 4 दिन की देरी हो सकती है।

बस्तर में मानसून पहुंचने के दो दिन बार रायपुर में मानसूनी बारिश होती है। जबकि सरगुजा संभाग में 15 जून सामान्य तारीख है। इस बार वहां 19 जून के आसपास मानसूनी बारिश हो सकती है।


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