अस्पताल में फायर फाइटिंग सिस्टम ठप, बाहर जाने के बंद थे रास्ते, मामले की जांच कर रहे अधिकारी

feature-top

रोहिणी के विजय विहार स्थित ब्रह्मशक्ति अस्पताल में आग की घटना के बाद जांच में कई अनियमितताएं मिलीं। दमकल अधिकारियों ने बताया कि किसी भी अस्पताल या बड़े संस्थान में आग लगने के दौरान फायर फाइटिंग सिस्टम की अहम भूमिका होती है। इसका इस्तेमाल कर आग को फैलने से रोका जा सकता है, लेकिन इस अस्पताल में यह सिस्टम लगा तो था, लेकिन काम नहीं कर रहा था। इस वजह से आग तेजी से फैली।

दमकल विभाग के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि गनीमत रही कि तीसरी मंजिल पर आग लगी और ऊपर कोई मंजिल नहीं थी। दूसरी या पहली मंजिल पर लगती तो जान माल का काफी नुकसान होता। उन्होंने बताया कि तीसरी मंजिल पर अस्पताल से बाहर निकलने के ज्यादातर रास्ते बंद थे। कुछ पर फायर फाइटर्स को ताला लगा मिला या फिर दरवाजे के पास भारी-भरकम सामान रखा था, जिसके चलते वहां से निकलना संभव ही नहीं था। ऐसी लापरवाही के कारण ही हादसों में ज्यादा लोगों की जान चली जाती है, क्योंकि आपात स्थिति में फंसे लोग दूसरे राशं ने अस्पताल प्रशासन पर लगाया लापरवाही का आरोप

 लक्ष्मी विहार निवासी होली(60) किडनी रोग से ग्रस्त था और अस्पताल में वेंटिलेटर पर था। उनके बेटे संतोष ने बताया कि करीब 15 दिन पहले पिता को ब्रह्मशक्ति अस्पताल में भर्ती कराया था। शुक्रवार शाम वह पिता से मिलकर गया था। उस समय वह बिल्

 अस्पताल पहुंचने पर उसे बताया कि उनके पिता को दूसरे अस्पताल रेफर किया जा रहा है। इसी बीच पुलिसकर्मियों ने बताया कि उसके पिता की मौत हो चुकी है। संतोष ने आरोप लगाया कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही की वजह से उसके पिता की मौत हुई है। अस्पताल से उसे कोई सूचना नहीं दी गई। उसने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।


feature-top