वजीराबाद बैराज के जलस्तर में नहीं आया कोई सुधार, मुनक नहर में भी आ रहा है कचरा

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हरियाणा से पर्याप्त पानी नहीं मिलने के कारण वजीराबाद बैराज में जलस्तर की स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है। इसके अलावा मुनक नहर में भी कचरा आने का सिलसिला जारी है। लिहाजा दिल्ली जल बोर्ड के आठ जल शोधक संयंत्र कई दिनों से पूरी क्षमता से नहीं चल रहे है। इस कड़ी में बोर्ड के इन संयंत्रों से उनसे जुड़े इलाकों में रविवार को भी पेेयजल आपूर्ति प्रभावित रही। कई इलाकों में निवासियों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ा।

दिल्ली जल बोर्ड के अनुसार यमुना नदी स्थित वजीराबाद बैराज में जलस्तर 668.70 फीट है, जबकि यहां सामान्य जलस्तर 674.50 फीट होना चाहिए। इस तरह बैराज में जलस्तर करीब छह फीट नीचे है। इस कारण बैराज से जुड़े वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला जल शोधक संयंत्र में रविवार को भी पेयजल आपूर्ति प्रभावित रही। इसके कारण उत्तरी दिल्ली, मध्य दिल्ली, नई दिल्ली और दक्षिण दिल्ली के कई इलाकों में पर्याप्त पेयजल नहीं मिल सका। इस समस्या से निजात पाने के लिए लोगों ने दिल्ली जल बोर्ड से पानी के टैंकर मंगाए। हालांकि दिल्ली जल बोर्ड तत्काल टैंकर नहीं भेज पाया।

दूसरी ओर हरियाणा से मुनक नहर में अत्याधिक कचरा आने का भी सिलसिला बतस्तूर जारी है। इस कारण जल बोर्ड के जल शोधक संयंत्र पानी को पूरी तरह साफ नहीं कर पा रहे है। मुनक नहर से जल बोर्ड के हैदरपुर-एक व दो, नांगलाई, बवाना और द्वारका जल शोधक संयंत्र को कच्चा पानी उपलब्ध होता है। ये कई दिन से पूरी क्षमता से नहीं चल रहे है।

बोर्ड के इन पांचों संयंत्रों से उत्तर पश्चिम दिल्ली, पश्चिम दिल्ली, दक्षिण पश्चिम दिल्ली के रोहिणी, पीतमपुरा, मंगोलपुर कलां, रिठाला, पीरागढ़ी, पश्चिम विहार, पंजाबी बाग, राजौरी गार्डन, तिलक नगर, जनकपुरी, मायापुरी, मोती नगर, कीर्ति नगर, विकासपुरी, उत्तम नगर, मटियाला, पालम, द्वारका, नजफगढ़, नांगलोई, मुंडका, कराला, कंझावला, घेवरा, कुतुबगढ़, बेगमपुर, पूठकलां, बवाना, किराड़ी, निठारी, दरियापुर कलां, माजरा डबास, बाजीतपुर, औचंदी, कटेवड़ा, पंजाब खोड़, जौंती आदि इलाकों में पेयजल आपूर्ति की जाती है।


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