राजधानी में विकसित होंगे पांच विश्वस्तरीय बस टर्मिनल, यात्रियों को मिलेंगी बेहतर सुविधाएं

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दिल्ली के बस टर्मिनल को अत्याधुनिक तकनीक के जरिये विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे के तौर पर विकसित किया जाएगा। शुक्रवार को डीटीसी और डीएमआरसी के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। 

परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत की मौजूदगी में डीएमआरसी के परियोजना निदेशक डीके सैनी और डीटीसी के सीजीएम (ऑपरेशंस) ने इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस करार के तहत पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी), प्रॉपर्टी बिजनेस (पीबी), और डिपॉजिट वर्क बेसिस मॉडल पर बस टर्मिनल को विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे के तौर पर तैयार किया जाएगा। पहले चरण में नेहरू प्लेस, नजफगढ़, आजादपुर, महरौली और नरेला में बस टर्मिनल को आधुनिक तकनीक के जरिये विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे का रूप दिया जाएगा।

इस विकास परियोजना की निगरानी के लिए डीटीसी की अध्यक्षता में एक समिति गठित की जाएगी। इसमें डीटीसी और डीएमआरसी के दो-दो सदस्य होंगे। डिजाइन और परियोजना की रूपरेखा तैयार करेंगे समिति के सदस्य।

 डीटीसी की अध्यक्षता में एक समिति गठित की जाएगी और इससे डीटीसी और डीएमआरसी के दो-दो सदस्य शामिल होंगे। परियोजना के विकास कार्यों की निगरानी सहित समिति के सदस्य डिजाइन और परियोजना की रूपरेखा भी तैयार करेंगे। प्रत्येक तीन महीने बाद समिति परियोजना की वित्तीय स्थिति की समीक्षा करेगी। समिति परियोजना की लागत के मुताबिक प्रारंभिक निधि राशि भी तय कर पहली किश्त के रूप में डीएमआरसी के पास जमा की जाएगी।


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