सैलरी बढ़ने के बाद 40% स्टाफ छोड़ना चाहते हैं नौकरी, जानिए क्या है?

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हर 10 में से चार कर्मचारी इस साल इन्क्रीमेंट (Appraisal) के बाद अपनी वर्तमान कंपनी छोड़ देना चाहते हैं. एक नए सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है. मैनेजमेंट कंसल्टेंसी फर्म Naman HR द्वारा शेयर किए गए डेटा के मुताबिक, सर्विसेज सेक्टर के 37 फीसदी स्टाफ अप्रेजल के बाद अपनी नौकरी से इस्तीफा देने के बारे में सोच रहे हैं.

आईटी सेक्टर का ये है हाल भारत में आईटी सेक्टर में काम करने वाले 27% लोग इन्क्रीमेंट के बाद अपनी Job छोड़ने पर विचार कर रहे हैं. वहीं, मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर के 31 फीसदी कर्मचारी अप्रेजल के बाद अपनी नौकरी छोड़ना चाहते हैं. वहीं अगर लैंगिक आधार पर देखा जाए तो हर 10 पुरूष कर्मचारी में से छह आने वाले महीनों में अपने मौजूदा वर्कप्लेस को छोड़ना चाहते हैं. '

Great Resignation Survey 2022' में विभिन्न इंडस्ट्रीज के 500 से ज्यादा संगठनों को कवर किया गया है. इस सर्वे का मसकद यह पता लगाना था कि लेबर मार्केट में लोग किन वजहों से खुद से नौकरी छोड़ने पर विचार कर रहे हैं. इन वजहों से लोग छोड़ना चाहते हैं अपनी जॉब Naman HR के फाउंडर समीर पारिख ने बताया, "सैलरी में धीमी ग्रोथ किसी भी नौकरी को छोड़ने की सबसे बड़ी वजह है और सर्वे में शामिल केवल 15 फीसदी कर्मचारियों ने कहा कि वे अपने रिपोर्टिंग मैनेजर की वजह से नौकरी छोड़ना चाहते हैं.

" इस्तीफे के सबसे प्रमुख कारण इस प्रकार हैंः सैलरी में धीमी ग्रोथ (54.8%), वर्क-लाइफ में असंतुलन (41.4%), ग्रोथ के कम मौके (33.3%) और काम की सराहना की कमी (28.1%). पारिख ने कहा, "कंपनियों को टैलेंट को अपनी कंपनी में बनाए रखने के लिए अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ेगी. हमारा सर्वे दिखाता है कि काम करने के समय में लचीलता, अच्छा वर्क-लाइफ बैलेंस, उचित और नियमित तौर पर सैलरी में इजाफा, सीनियर्स द्वारा अच्छे काम की सराहना और बेहतर पैकेज एवं बेनिफिट्स से कर्मचारी किसी कंपनी में टिकते हैं."


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