अपडेट : केदारनाथ आपदा में लोगों को बचाने वाला लैंडस्लाइड में शहीद; दिल्ली में होगा लेफ्टिनेंट कर्नल का अंतिम संस्कार

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भिलाई के नेहरू नगर कालीबाड़ी निवासी लेफ्टिनेंट कर्नल कपिल देव पांडेय ड्यूटी के दौरान लैंडस्लाइड की चपेट में आकर देश के लिए शहीद हो गए। उनका पार्थिव शरीर सोमवार को इंफाल से आर्मी के दिल्ली हेड क्वार्टर लाया जाएगा। इसके बाद नई दिल्ली के बरार स्क्वायर मुक्ति धाम में पूरे रीति रिवाज के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इधर भिलाई में परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मां और बहन सहित परिवार के अन्य लोग सोमवार को दिल्ली के लिए रवाना होंगे।

1 दिसंबर 1979 को भिलाई में जन्मे लेफ्टिनेंट कर्नल कपिल देव का बचपन से ही सपना था कि वो आर्मी में जाकर देश की सेवा करें। इसके लिए उन्होंने स्कूल लेवल से ही तैयारी शुरू कर दी थी। उनकी शुरुआती पढ़ाई सेक्टर 10 सीनियर सेकेंडरी स्कूल से हुई। आर्मी में जाना था इसलिए उन्होंने एनसीसी ज्वाइन किया। इसके बाद सीडीएस की परीक्षा पास की

 कपिल देव के चचेरे बड़े भाई संजय पांडेय ने मिडिया से बताया कि वह बचपन से काफी होनहार थे। आर्मी ज्वाइन करने के बाद उन्होंने हर एक कठिन से कठिन ट्रेनिंग को पास किया और सेना के बेस्ट ऑफिसर बने। उन्होंने ड्यूटी के दौरान केदारनाथ जैसे कई जगहों में प्राकृतिक आपदा में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए। इंफाल में भी वो रेलवे ट्रैक बिछाए जाने के लिए बनाए गए आर्मी कैंप को लीड कर रहे थे। जब उनके भूस्खलन में फंसने की बात सामने आई तो किसी को ये विश्वास नहीं हो रहा था कि कपिल की जान जा सकती है। रविवार दोपहर को जब आर्मी कैंप से फोन आया कि कपिल नहीं रहे तो उनकी बात का विश्वास ही नहीं हो रहा था।


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