चीन सीमा के निकटवर्ती जिलों में शिक्षा, स्वास्थ्य और कला-संस्कृति पर खर्च होंगे 30 करोड़

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हिमाचल प्रदेश में चीन शासित तिब्बत सीमा के निकटवर्ती जनजातीय जिलों में शिक्षा, स्वास्थ्य और कला जैसे कार्यों पर करीब 30 करोड़ रुपये अतिरिक्त रूप से खर्च किए जाएंगे। मुख्य सचिव राम सुभग सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को राज्य सचिवालय में हुई समीक्षा बैठक में इस संबंध में एक प्रस्ताव बनाया गया। इसमें किन्नौर, लाहौल स्पीति के अलावा चंबा जिला के पांगी में भी विशेष काम होगा। इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। यह बजट जनजातीय क्षेत्रों की विभिन्न योजनाओं में मिले बजट के गैप को कवर करने के लिए मांगा जाएगा। मुख्य सचिव राम सुभग के साथ हुई इस बैठक में प्रधान सचिव ओंकार शर्मा का जाना तय था, मगर उन्हें कुल्लू में बस दुर्घटनास्थल का निरीक्षण करने जाना पड़ा।

इस बैठक में विशेष सचिव जनजातीय विकास सीपी वर्मा और अन्य अधिकारी मौजूद हुए। उधर, मुख्य सचिव ने बताया कि किन्नौर, लाहौल स्पीति और पांगी में विभिन्न मदों में मिलने वाले बजट के गैप को कवर करने के लिए एक प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके तहत शिक्षण, स्वास्थ्य से संबंधित गतिविधियां होंगी। बौद्ध गोंपा में भी सामुदायिक गतिविधियों से संबंधित आधारभूत ढांचा विकसित किया जाएगा। कला और संस्कृति से संबंधित कार्यक्रम भी होंगे। इसके अलावा आंगनबाड़ी केंद्रों और आधारभूत ढांचे से संबंधित अन्य सुविधाएं भी विकसित होंगी।


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