फर्जी बिल बनाने में मदद करते थे झा

feature-top
भारतीय पावर ग्रिड कॉरपोरेशन के कार्यकारी निदेशक (ईडी) बीएस झा की निगरानी के दौरान टाटा प्रोजेक्ट्स के कार्यकारी वीपी और देशराज पाठक की भूमिका सामने आई थी। इसी दौरान कंपनी के एवीपी कारोबार व वितरण प्रमुख आरएन सिंह भी जांच के दायरे में आ गए। सीबीआई का आरोप है कि झा आपराधिक साजिश करते हुए टाटा प्रोजेक्ट्स को फर्जी बिल बनाने, जल्द मंजूरी देने और कीमत में फेरबदल में मदद कर रहे थे। टाटा पावर ने स्पष्टीकरण जारी किया है कि सीबीआई जिस रिश्वत मामले की जांच कर रही है उसमें कंपनी का कोई भी अधिकारी शामिल नहीं है। कुछ मीडिया रिपोर्टों ने नाम का गलत उल्लेख किया है।
feature-top