झारखंड में खरीफ की बुआई शुरू, मानसून की कम बारिश खड़ी कर सकती है परेशानी

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देश के कई हिस्सों में मानसून की बारिश हो रही है। इस बीच झारखंड के किसान इस बात से चिंतित हैं कि अगर मानसूनी बारिश कम हुई बड़ी परेशानी खड़ी हो सकती है। वहीं झारखंड में धान और अन्य खरीफ फसलों के लिए बनी करीब 95 फीसदी कृषि योग्य भूमि 43 प्रतिशत मानसूनी बारिश की कमी के कारण बंजर पड़ी है।

किसान चिंतित हैं

 किसान चिंतित हैं कि सीजन की मुख्य फसल धान की बुआई 18 लाख हेक्टेयर के लक्ष्य के मुकाबले महज 3.15 फीसदी है। केवल छह जिलों से कवरेज दर्ज की गई जहां सीधी बुवाई चल रही है। राज्य के कृषि विभाग के बुवाई कवरेज के आंकड़ों के अनुसार, 6 जुलाई तक किसी भी जिले में पौध प्रतिरोपण नहीं हुआ।

इसी तरह दालों का कवरेज 3.16 प्रतिशत और मोटे अनाज का 4.31 प्रतिशत रहा। वही मक्के के लिए 20.54 प्रतिशत और तिलहन के लिए 13.97 प्रतिशत पर थोड़ा बेहतर है। सरकारी अधिकारियों ने कहा कि राज्य में जल्द ही मानसून के फिर से शुरू होने की उम्मीद है और चिंता की कोई बात नहीं है।


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