श्रीलंका में क्या भेजी जाएगी भारतीय सेना, उच्चायोग ने जारी किया बयान

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श्रीलंका में चल रहे संकट के बीच भारत ने इस बात से साफ़ इनकार किया है कि वो श्रीलंका में सेना भेज रहा है. श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने ऐसी रिपोर्ट्स का पूरी तरह खंडन किया है.

भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट किया, ''भारत के श्रीलंका में अपनी सेना भेजने को लेकर मीडिया और सोशल मीडिया में आईं काल्पनिक रिपोर्टों का उच्चायोग स्पष्ट रूप से खंडन करना चाहेगा. ये रिपोर्ट और ऐसे विचार भारत सरकार की स्थिति के अनुरूप नहीं हैं.''

उच्चायोग ने कहा, ''भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने आज स्पष्ट रूप से कहा कि भारत श्रीलंका के लोगों के साथ खड़ा है क्योंकि वे लोकतांत्रिक तरीकों और मूल्यों, स्थापित संस्थानों और संवैधानिक ढांचे के ज़रिए समृद्धि और प्रगति के लिए अपनी आकांक्षाओं को साकार करना चाहते हैं.''

इससे पहले भी भारत श्रीलंका से जुड़ी कुछ अफ़वाहों का खंडन कर चुका है. उच्चायोग ने 10 मई को ट्वीट करके इस बात से इनका कर किया था कि श्रीलंका के राजनेताओं और उनके परिवारों ने भारत में शरण ली है.

वहीं, सात मई को उच्चायोग ने उन रिपोर्ट्स का खंडन किया था जिनमें कहा जा रहा था कि प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछारों के लिए गाड़ियां श्रीलंका ने भारत से ली हैं.

भारत ने कहा कि क्रेडिट लाइन के तहत कोई वॉटर केनन व्हीकल श्रीलंका को नहीं दिया गया है. 


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