पॉलिसी रेट्स में तेज बढ़ोतरी कर सकते हैं दुनिया भर के सेंट्रल बैंक

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भारतीय अर्थव्यवस्था प्री-पैंडेमिक लेवल्स के ऊपर चल रही है। कंज्म्पशन, इनवेस्टमेंट, इंडस्ट्री और एक्सटर्नल सेक्टर सभी की ग्रोथ में सुधार देखने को मिला है। हालांकि, महंगाई अभी फिक्र बढ़ाए हुए है। मई में CPI (कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स) इनफ्लेशन घटकर 7 पर्सेंट रही, जो कि अप्रैल में 7.8 फीसदी थी। वहीं, कोर CPI इनफ्लेशन 7.1 फीसदी से घटकर 5.9 पर्सेंट रही। बढ़ती महंगाई को काबू करने में करने के लिए दुनिया भर के सेंट्रल बैंक अब पॉलिसी रेट्स में आक्रामक बढ़ोतरी कर सकते हैं। इसके लिए वह ग्रोथ को भी दांव पर लगा सकते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने जून में रेपो रेट को 50 बेसिस प्वाइंट्स बढ़ाकर 4.90 फीसदी कर दिया था। इससे पहले, RBI ने रेपो रेट में 40 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की थी।
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