पाकिस्तान में दवाईयों की भारी कमी से आत्महत्या की दर बढ़ने का खतरा

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पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार गिरने और शहबाज शरीफ की सत्ता पाने के बाद भी देश की हालत में कोई सुधार नहीं आया है। रोजमर्रा की चीजों के आसमान छूते दामों के बाद देश के कई शहरों में दवाओं की जबरदस्त कमी चल रही है। जिससे देश में आत्महत्या की दर में वृद्धि का भय पैदा हो रहा है। पाकिस्तान मीडिया की रिपोर्ट है कि जिस दवा से शहरों के बाजार सबसे ज्यादा जूझ रहे हैं, वो लिथियम कार्बोनेट है, जो मानसिक विकारों और इससे जुड़े रोगों में सबसे कारगार दवा है।
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