मानसून सत्र : दोनों सदनों में पांचवां दिन भी चढ़ा हंगामे की भेंट, कार्यवाही बार-बार बाधित, सोमवार तक स्थगित

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संसद सत्र का पांचवां दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। दोनों सदनों में बार-बार हंगामे के बाद कामकाज सोमवार तक स्थगित कर दिया गया। हालांकि, हंगामे के बीच ही लोकसभा में भारतीय अंटार्कटिक विधेयक पारित कर दिया गया। राज्यसभा में प्रश्नकाल में सरकार ने कुछ सवालों के जवाब दिए। विपक्ष की ओर महंगाई और आवश्यक वस्तुओं पर बढ़ी जीएसटी पर चर्चा की मांग उठाई गई।

सभापति एम वेंकैया नायडू ने बताया कि विनय विश्वम, तिरुचि शिवा, मल्लिकार्जुन खरगे, इलारम करीम, डॉ. वी शिवदासन ने महंगाई को लेकर नियम 267 के तहत चर्चा के नोटिस दिए थे, जिन्हें अनुमति नहीं दी है। अग्निपथ की समीक्षा को लेकर जयंत चौधरी, एजेंसियों के दुरुपयोग को लेकर प्रमोद तिवारी, दीपेंद्र हुड्डा, केसी वेणुगोपाल के भी नोटिस मिले हैं।

इन विषयों पर भी चर्चा की अनुमति नहीं दी गई। इस पर नारेबाजी करते हुए प्लेकॉर्ड लेकर विपक्षी आसन के पास पहुंच गए। ऐसे में कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। दोपहर 12 बजे से आसन पर उपसभापति हरिवंश ने हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल शुरू कराया तो। दोपहर बाद सदन सामान्य रूप से चला। लोकसभा में हंगामे के बीच ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल शुरू कराया। 

इस दौरान विधि एवं न्याय मंत्री किरेन रिजिजू ने जवाब दिए। विपक्षी आसन के निकट नारेबाजी करते रहे। लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने की अपील करते हुए कहा कि सभी को बात रखने की इजाजत दी जाएगी। हंगामा जारी रहने पर अध्यक्ष ने कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी। 12 बजे के बाद भी हंगामा नहीं रुकने पर पीठासीन सभापति ने कार्यवाही सोमवार तक स्थगित कर दी।


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