भारतीय महिला हॉकी टीम को दिखाना होगा टोक्यो वाला जज़्बा

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सविता पूनिया की अगुआई वाली भारतीय महिला हॉकी टीम को यदि बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में चार साल पहले कांस्य पदक गंवाने की कहानी को दोहराने से बचना है तो विश्व कप के दौरान दिखीं खामियों पर पार पाना बेहद ज़रूरी होगा.

इस कमियों को दूर किए बगैर पोडियम पर चढ़ने की राह बनती नहीं दिखती है. इसके लिए टीम को पिछले साल टोक्यो ओलंपिक के दौरान दिखाए जज्बे से खेलना होगा.

नीदरलैंड और स्पेन में पिछले दिनों हुए हॉकी महिला विश्व कप में भारतीय प्रदर्शन को देखें तो इस बार कॉमनवेल्थ खेलों में भारत की राह थोड़ी मुश्किल लगती है.

हाँ, इतना ज़रूर है कि आठवें से 12वें स्थान के निर्धारण मुक़ाबलों में कनाडा और जापान के ख़िलाफ़ भारतीय टीम की विजयी लय लौट आने से थोड़ी उम्मीद ज़रूर बंधती है.


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