आफत बनी बारिश...हिमाचल में 44 सड़कें बंद, जम्मू में दो बच्चों की मौत

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पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश आफत बनी हुई है। रविवार को जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में इसके चलते जहां कई सड़कें बंद होने से आवाजाही प्रभावित हुई है, वहीं पहाड़ दरकने से दो बच्चों की जान चली गई। हिमाचल में यलो अलर्ट के बीच रविवार को लाहौल घाटी के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ के फाहे भी गिरे।

ब्यास नदी में बाढ़ के बीच चंडीगढ़-मनाली एनएच 03 पर यातायात थम गया है। थलौट के समीप द्ववाडा में सड़क पर ब्यास नदी का पानी पहुंच गया है। भारी बारिश से ब्यास नदी पूरे उफान पर है। कुल्लू में ब्यास नदी में बाढ़ आने से बाहंग गांव को खतरा हो गया है।।।।। प्रशासन ने नदी के किनारे बने मकानों और दुकानों को खाली करवा दिया है। प्रदेश में रविवार शाम तक 44 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप रही। वहीं, पूरे प्रदेश में 100 बिजली ट्रांसफार्मर भी ठप हो गए। खराब मौसम को देखते हुए प्रशासन ने सैलानियों व आम लोगों को आवाजाही न करने की चेतावनी दी है।

वहीं, कांगड़ा के मुल्थान के भुज्लिंग में बादल फटने से 20 बीघा जमीन पर उगाई गई किसानों की नकदी फसलें गोभी, मूली, धनिया आदि बर्बाद हो गईं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार हिमाचल प्रदेश में 4 अगस्त तक भारी बारिश का यलो अलर्ट रहेगा। उधर, लामबगड़ नाले में दिनभर बदरीनाथ हाईवे के खुलने और बंद होने का सिलसिला जारी है। खतरे को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा पर जा रहे और धाम से लौट रहे करीब 1700 तीर्थयात्रियों को विभिन्न यात्रा पड़ावों जोशीमठ, पांडुकेश्वर, गोविंदघाट और बदरीनाथ धाम में ही रोक दिया।

कठुआ में दरका पहाड़, तीन लोग ट्रैक्टर समेत बहे तेज बारिश ने जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में कोहराम मचा दिया। बिलावर के किशनपुर में रविवार तड़के बारिश से पहाड़ का हिस्सा दरक गया, जिसकी चपेट में आए मकान में दो बच्चों की दबने से मौत हो गई। वहीं, हीरानगर के तरनाह नाले में रविवार तड़के रेत लेने गए तीन लोग ट्रैक्टर समेत बह गए। एक का शव पांच किलोमीटर दूर मिला है। दो लापता लोगों की तलाश की जा रही है।


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