सुप्रीम कोर्ट में नहीं बची उम्मीद, संवेदनशील मामले कुछ जजों को ही सौंपे जाते है : सिब्बल

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राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल ही में पारित कुछ फैसलों की आलोचना की और कहा कि "संवेदनशील मामले" केवल चुनिंदा न्यायाधीशों को सौंपे जाते हैं, यह कहते हुए कि उनके पास संस्था में "कोई उम्मीद नहीं बची है"। सिब्बल ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट में 50 साल प्रैक्टिस करने के बाद मैं यह कह रहा हूं।"


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