विश्व आदिवासी दिवस के दिन विष्णु देव साय को हटाना भाजपा की आदिवासी विरोधी सोच-मोहन मरकाम

feature-top

*चेहरा बदलने से हालात नहीं बदलने वाला है, भाजपा पर जनता को भरोसा नहीं रहा-कांग्रेस

 प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि अरूण साव भाजपा का नया अध्यक्ष बनने पर को शुभकामनायें लेकिन जिस प्रकार से विश्व आदिवासी दिवस के दिन आदिवासी समाज के नेता विष्णु देव साय को उनके पद से हटाया गया यह भाजपा के आदिवासी विरोधी रवैये को प्रदर्शित करता है। इसके पहले एक और आदिवासी नेता विक्रम उसेंडी को भी बिना कार्यकाल पूरा किये पद से हटा दिया गया था। भाजपा को आदिवासियों के नेतृत्व पर भरोसा क्यों नहीं है? छत्तीसगढ़ की 32 प्रतिशत से अधिक आबादी आदिवासी समाज की है। राज्य के बड़े भू-भाग में आदिवासी संस्कृति पुष्पित पल्वित है। कम से कम आदिवासी दिवस के दिन ऐसा अप्रिय निर्णय नहीं लेना था। भाजपा के इस निर्णय से पूरे आदिवासी समाज की भावनायें आहत हुई है। भाजपा का चरित्र मूलरूप से आदिवासी विरोधी है। 15 साल तक राज्य में जब भाजपा सत्ता में थी तब भी आदिवासियों की शैक्षणिक, आर्थिक, सामाजिक उन्नति में बाधा उत्पन्न की जाती थी। विपक्ष में आने के बाद भी उनके स्वभाव में कोई परिवर्तन नहीं आया। नंदकुमार साय के समय से अन्याय का जो दौर चला था वह विष्णु देव तक पहुंच गया है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि चेहरा बदलने से हालात नहीं बदलने वाला है। छत्तीसगढ़ में भाजपा विश्वास के संकट के दौर से गुजर रही है। भाजपा 2018 के विधानसभा चुनाव की हार के बाद से लगातार जनता का भरोसा भाजपा चुनाव दर चुनाव खोते जा रही है। राज्य के भाजपा नेताओं ने जनता के साथ अपने कार्यकर्ताओं तथा केंद्रीय नेतृत्व का भी भरोसा खो दिया है। प्रदेश में भाजपा की बिगड़ती हालात से चिंतित भाजपा नेतृत्व ने प्रदेश संगठन में भले ही बदलाव किया है लेकिन यह कवायद फिजूल साबित होने वाली है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व बदलने से उसकी जनविरोधी सोच नहीं बदलने वाली, छत्तीसगढ़ की जनता ने 15 सालों के भाजपा के कुशासन को भोगा है। 15 साल बाद जनता को कांग्रेस की लोककल्याणकारी सरकार मिली है जो किसान, मजदूर, युवा, आदिवासी, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग, व्यापारी मजदूर सभी के हित के लिये योजना बनाकर उनका प्रभावी क्रियान्वयन कर रही है। जनता भूपेश सरकार के कामों से खुश है। जमीन वापसी, लघु वनोपज की खरीदी, तेंदूपत्ता का मानदेय बढ़ाने, बंद स्कूलों को खोलने, कनिष्ठ चयन बोर्ड के गठन तथा सरगुजा-बस्तर में आदिवासियों को केंद्रित कर बनाई योजनाओं से आदिवासी समाज की उन्नति हो रही। गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, छत्तीसगढ़ की खुशहाली के साथ-साथ देश को भी नया रास्ता दिखा रही है। ऐसे में भाजपा कुछ भी कर ले कोई भी परिवर्तन कर ले जनता का खोया भरोसा अब वापस नहीं पा सकती।


feature-top