मंडी रेट: सरसों तेल-तिलहन, बिनौला तेल कीमतों में तेजी, पाम, पामोलीन में गिरावट

feature-top

दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में सरसों तेल- तिलहन और बिनौला तेल कीमतों में सुधार आया, जबकि वैश्विक मांग होने के बावजूद आयात भाव के मुकाबले स्थानीय भाव के महंगा होने से कच्चे पामतेल और पामोलीन तेल कीमतों में गिरावट आई। दूसरी ओर किसानों द्वारा सस्ते भाव पर बिकवाली से बचने के कारण सोयाबीन और मूंगफली तेल- तिलहन के भाव पूर्वस्तर पर बने रहे।

बाजार सूत्रों ने कहा कि सोयाबीन डीगम के आयात में नुकसान है, जबकि पाम एवं पामोलीन के आयात में फायदा है, क्योंकि इनके स्थानीय भाव कहीं मजबूत हैं, जबकि सोयाबीन डीगम का स्थानीय भाव 3-4 रुपये किलो नीचे बैठता है। इस वजह से सोयाबीन में कामकाज कमजोर होने से भाव पूर्वस्तर पर बने रहे।

सूत्रों ने बताया कि पामोलीन का तेल सस्ता होने के कारण इंडोनेशिया में इसके स्टॉक में कमी आई है। सस्ता होने के कारण पूरे विश्व में पामोलीन और सीपीओ तेल की मांग है। इस मांग के बावजूद स्थानीय स्तर पर भाव मजबूत होने के कारण सीपीओ और पामोलीन के भाव टूटे हैं क्योंकि इन तेलों के जो आगे के आयात के सौदे हैं, उनकी कीमत मौजूदा भाव से भी कमजोर रहने की उम्मीद की वजह से सीपीओ और पामोलीन के भाव में गिरावट आई है।


feature-top