लोरमी नगर पंचायत बना राजनीति का अखाड़ा

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मुंगेली : जिले के लोरमी नगर पंचायत के सभापति ने पीआईसी मेंबर की सदस्यता पद से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने वाले सदस्य भाजपा के पार्षद रिक्की सलूजा हैं. जो वार्ड क्रमांक 6 से चुनकर आए हैं.अध्यक्ष के नाम सौंपे अपने इस्तीफे में पार्षद ने व्यक्तिगत कारणों से अपने दायित्वों का ठीक तरह से निर्वहन नही कर पाने को वजह बताया है.

लोरमी नगर पंचायत में मौजूदा अध्यक्ष अंकिता रवि शुक्ला के खिलाफ 5 भाजपा पार्षदों नें अविश्वास प्रस्ताव लगाया है. जिस पर नगर पंचायत अध्यक्ष ने हाईकोर्ट से 4 सप्ताह का स्टे लिया है. कलेक्टर के यहां से अविश्वास प्रस्ताव मामले पर 24 अगस्त को सम्मिलन बुलाने का आदेश भी जारी हो गया था. लेकिन ठीक एक दिन पहले कोर्ट से स्टे मिलने से प्रस्ताव टल गया.वहीं जिन 5 भाजपा पार्षदों नें अविश्वास प्रस्ताव लगाया है. उनमें से एक पार्षद वार्ड क्रमांक 06 के रिक्की सलूजा पीआईसी मेंबर भी हैं. ऐसे में एक तरफ अविश्वास का प्रस्ताव लाना और दूसरी तरफ प्रेसिडेंट इन कौंसिल के सदस्य के तौर पर काम करने से कई सवाल भी उठ रहे थे. जिसके कारण पार्षद रिक्की सलूजा ने इस्तीफा दिया.

लोरमी नगर पंचायत के 15 वार्डों में से 6 पर कांग्रेस, 5 पर भाजपा जबकि 4 पर जेसीसीजे का कब्जा है. मौजूदा अध्यक्ष अंकिता रवि शुक्ला जेसीसीजे से चुनकर आईं हैं. ढाई साल पहले हुए नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा-कांग्रेस के क्रास वोटिंग के कारण कम सीट होने के बावजूद जेसीसीजे की अध्यक्ष यहां से निर्वाचित हुई थीं।

लोरमी नगर पंचायत में मौजूदा अध्यक्ष अंकिता रवि शुक्ला के खिलाफ 5 भाजपा पार्षदों नें अविश्वास प्रस्ताव लगाया है. जिस पर नगर पंचायत अध्यक्ष ने हाईकोर्ट से 4 सप्ताह का स्टे लिया है. कलेक्टर के यहां से अविश्वास प्रस्ताव मामले पर 24 अगस्त को सम्मिलन बुलाने का आदेश भी जारी हो गया था. लेकिन ठीक एक दिन पहले कोर्ट से स्टे मिलने से प्रस्ताव टल गया.वहीं जिन 5 भाजपा पार्षदों नें अविश्वास प्रस्ताव लगाया है. उनमें से एक पार्षद वार्ड क्रमांक 06 के रिक्की सलूजा पीआईसी मेंबर भी हैं. ऐसे में एक तरफ अविश्वास का प्रस्ताव लाना और दूसरी तरफ प्रेसिडेंट इन कौंसिल के सदस्य के तौर पर काम करने से कई सवाल भी उठ रहे थे. जिसके कारण पार्षद रिक्की सलूजा ने इस्तीफा दिया.


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