एम्स का नाम बदलने से खत्म होगी संस्थान की पहचान, एम्स फैकल्टी एसोसिएशन ने विरोध जताकर सदस्यों से मांगी राय

feature-top

पिछले दिनों यह सामने आया था कि सरकार ने दिल्ली सहित देश के सभी 23 एम्स का नाम स्थानीय नायकों, स्वतंत्रता सेनानियों, क्षेत्र की ऐतिहासिक घटनाओं या स्मारकों के नाम पर रखने का प्रस्ताव किया है।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली की फैकल्टी एसोसिएशन ने देश के सभी 23 एम्स को विशिष्ट नाम देने के सरकारी प्रस्ताव का विरोध किया है और इस मुद्दे पर अपने सदस्यों की राय मांगी है। एसोसिएशन ने तर्क दिया है कि इस प्रस्ताव पर अमल से संस्थान की पहचान समाप्त हो जाएगी।

सदस्यों के बीच प्रसारित एक नोट में एसोसिएशन ने कहा है कि पहचान नाम से जुड़ी होती है और अगर पहचान खो जाती है तो देश के भीतर और बाहर संस्थागत मान्यता भी खो जाती है। यही कारण है कि ऑक्सफोर्ड, कैंब्रिज और हार्वर्ड जैसे प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों का नाम सदियों से एक ही है।


feature-top