नासा का चंद्रमा मिशन दूसरी बार टला, अब क्या आई ख़राबी?

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अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का चांद पर रॉकेट भेजने का आर्टेमिस 1 अभियान दोबारा स्थगित हो गया है जिससे कि इसके लॉन्च का समय और लंबा हो गया है.

शनिवार को रॉकेट लॉन्च करने की कोशिश की गई लेकिन ईंधन रिसाव के कारण ये अभियान स्थगित हो गया.

इंजीनियर्स अब रॉकेट की जांच करना चाहते हैं और इसमें होने वाली मरम्मत अब लॉन्च पैड के बजाए वर्कशॉप में की जा सकती है. इस पूरी प्रक्रिया में कई हफ़्तों का समय लग सकता है.।।। ऐसे में अक्टूबर मध्य तक ही तीसरी बार लॉन्च की कोशिश करना संभव हो सकता है.

स्पेस लॉन्च सिस्टम (एसएलएस) नासा का अब तक विकसित किया गया सबसे ताकतवर रॉकेट है. इसे 50 सालों बाद चांद पर अंतरिक्ष यात्री और उपकरण भेजने के लिए बनाया गया है.

इस रॉकेट को लॉन्च करने के लिए लॉन्च व्हीकल के चार बड़े इंजनों में 30 लाख लीटर अत्यधिक ठंडा तरल हाइड्रोजन और ऑक्सीजन से पैदा होने वाली ऊर्जा की ज़रूरत होती है.

लेकिन, शनिवार सुबह जब रॉकेट के हाइड्रोजन टैंक को भरने की कमांड दी गई तो ईंधन रिसने के कारण एक अलार्म बजने लगा. जहां से हाइड्रोजन भरी जा रही थी समस्या वहां पाई गई है. उसे तुरंत ठीक करने की भी कोशिश की गई लेकिन सफलता नहीं मिली.

नासा ने इससे पहले सोमवार को भी रॉकेट लॉन्च करने की कोशिश की थी. लेकिन, ये भी सफल नहीं हो सका क्योंकि इसके चार इंजनों में तापमान ठीक नहीं पाया गया था. लेकिन, बाद के विश्लेषण से पता चला कि एक सेंसर से ग़लत जानकारी मिल रही थी. चारों इंजन पूरी तरह लॉन्च होने की स्थिति में थे.


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